Sunday 22 January 2017

/.. पनीर वाले कट्टू के प्रयासों के कारण - और चरखे वाले कट्टू के सहयोग के कारण - जल्लीकट्टू की अनुमति उच्चतम न्यायालय को धता बताते हुए अध्यादेश पारित कर प्रदान कर दी गई थी .. पर तमिलनाडु के लोग हैं कि मान ही नहीं रहे हैं .. क्यों ?? .. क्योंकि जल्लीकट्टू के सांडों का तो बहाना है .. अम्मा के बाद तमिलनाडु और दिल्ली में हर राजनीतिक बछड़े बछड़ी को अपने आप को सांड जैसा शक्तिशाली जो बताना है .. .. समझ गए ना !! ..../.... मेरे दिमाग की बातें - दिल से .. ब्रह्म प्रकाश दुआ


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