Tuesday 26 June 2018

// "भगवा आतंकवाद" ना होता होगा.. पर "भगवा आतंकियों का आतंकवाद" ??.. ..//


कभी किसी ने कह दिया था - "भगवा आतंकवाद"..
और तब से ही प्रतिकार किया जाता रहा है कि आतंकवाद का कोई रंग नहीं होता.. और जम्मू-कश्मीर की ताज़ा राजनीतिक दुर्घटनाओं के बाद तो इस वर्षों पुरानी सुर्ख बात का भी टेका लिया जाकर गोदी मीडिया की बहस में इस बात को फिर ताज़ा किया जा रहा है.. 

और आज मेरा प्रतिकार भी..

यदि एक साधु जो भगवा वस्त्र धारण करता हो और वो बलात्कार कर गुजरे और पकड़ा भी जाए और सजा भी पा जाए तो क्या उसको "बलात्कारी साधू" या फिर "भगवा बलात्कारी" कहना निषेध या अप्रिय या असंसदीय या आपत्तिजनक या फिर देशद्रोह तो कदापि नहीं हो सकता ना !!..

"भगवा आतंकवाद" नहीं होता होगा.. पर जैसे "भगवा बलात्कारी" हो सकता है वैसे ही भगवा वस्त्र रंग भवन झंडा संत महात्मा व्यक्ति मूर्ख धूर्त चतुरा शातिर टुच्चा और भगवा ठग भी तो हो ही सकता है ना.. और ये तो कई भगवा वस्त्रधारी बाबाओं के प्रकरणों में न्यायालयों द्वारा दिए गए निर्णयों से भी सिद्ध हो चुका है.. तो फिर "भगवा आतंकी" भी तो हो ही सकता है कि नहीं ??.. और यदि नहीं तो क्यों ??..

आज मैने ये बात बहुत संजीदगी से और डंके की चोट लिखी है.. और यदि किसी को विरोध करना हो तो तर्क आमंत्रित हैं.. और क्योंकि मैने तर्क आमंत्रित किये हैं इसलिए भक्त अपनी अक्ल और समय का बेजा खर्चा ना करें..

और मेरा सबसे अनुरोध है कि यदि किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचती है या मिर्ची लगती है तो कृपया "भगवा आतंकवाद" ना बोलें बल्कि इसके बजाय बोलें कि "भगवा आतंकियों का आतंकवाद".. शायद फिर किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुँच सकेगी !!..

और हाँ !!.. इसी तरह जो ये भक्त भी घिनौनी पटकते रहते हैं ना - उसे भी आप "आतंकी भक्तों का आतंकवाद" कह सकते हैं.. और वैसे चाहें तो "भक्त आतंकवाद" भी कह सकते हैं - क्या फर्क पड़ेगा ????.. नहीं ना !!..  हा !! हा !! हा !!.. ..

और अंत में एक प्रार्थना.. आप मेरे इस लेख को केवल एक फ़िज़ूल व्यंग्य या फिर गगनभेदी सार्थक कटाक्ष के रूप में भी देख सकते हैं.. क्योंकि मेरा दिल दिमाग भी कहता और मानता है कि आतंकवाद का ना तो कोई रंग होता है ना कोई धर्म.. और यही मूल बात आज तक किसी भक्त या कमलगट्टे के समझ ही नहीं पड़ी है.. अफ़सोस !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

1 comment:

  1. इमरजेंसी : इंदिरा गांधी, हिटलर और जेटली - असली वारिस कौन? https://khabar.ndtv.com/news/blogs/priyadarshan-blog-emergency-anniversary-indira-gandhi-arun-jaitley-hitler-1872911 via @NDTVIndia

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