Monday 30 November 2015

// सहिष्णु - असहिष्णु - एवं झकोरे ....//


कल एक भक्त से मेरा सक्षिप्त वार्तालाप ....

< देश में आपको असहिष्णुता कहाँ दिखती है ??
> पिछले ६०-६५ वर्षों से तो देश सहिष्णु ही रहा है .... और इसका श्रेय पूरे देश को जाता है ....

< तो अब असहिष्णुता के नाम पर चिल्लाचोट क्यों ??
> क्या मालूम - जो चिल्लाचोट कर रहे हैं वो जाने - जिसके तन लगे वो ही जाने ....

< नहीं तो ये पहले क्यों नहीं चिल्लाये ??
> पहले उन्हें असहिष्णुता महसूस नहीं हुई होगी - या कम हुई होगी ....

< अच्छा तो आपके अनुसार तो देश सहिष्णु है - तो फिर आपको परेशानी क्यूँ ??
> जी हाँ मेरे अनुसार मोदी सरकार गरीबी के विरुद्ध बहुत सहिष्णु है .... इसलिए मुझे परेशानी है ....

< चलो आपने ये तो माना की मोदी सरकार सहिष्णु है ....
> हाँ - पर असहिष्णु भी है - गरीब के प्रति ....

< आप कहना क्या चाहते हैं ??
> पहले आप निर्णय कर लें कि आप क्या कहना चाहते हैं ??

< हम तो ये कहना चाहते है कि असहिष्णुता नहीं है ....
> और मैं भी तो यही कह रहा हूँ कि गरीबी के विरुद्ध असहिष्णुता नहीं है .... कुछ दिन पहले मेरे शहर में नौलखा बस स्टैंड पर घूम-घूम कर भीख मांग कर पेट भरने वाला एक भिखारी शाम के ४-५ बजे देश में सहिष्णुता असहिष्णुता की बहस में वक्त जाया किये बगैर भूखे पेट परलोक सिधार गया .... उसके पार्थिव पथराए शरीर को अंतिम दर्शन (जांच) हेतु सरकारी अस्पताल ले जाया गया जिसे आप 'पोस्ट मोर्टेम' भी कहते हैं - पर किसी को गुस्सा नहीं आया - किसी को शर्म नहीं - किसी को अफ़सोस नहीं - सब मज़े में - सहिष्णु - पूर्ण सहिष्णु - यानि असहिष्णु नहीं - असहिष्णु होते तो गुस्सा करते - चिल्लाते - प्रदर्शन करते - दुखी होते - कुछ तो करते ....

भक्त चकरा गया .... और बोला ....

< आप अपने आप को सहिष्णु मानते हैं या असहिष्णु ??
> बुराई के विरुद्ध असहिष्णुओं के विरुद्ध सहिष्णु - और बुराई के विरुद्ध सहिष्णुओं के प्रति असहिष्णु ....

भक्त और चकरा गया .... और बोला - आपका कुछ नहीं हो सकता - और फिर निकल लिया .... और मैं सोच रहा हूँ कि सहिष्णु असहिष्णु के दीगर भी कुछ होता है .... 

इस देश में झकोरों की भी कमी नहीं .... ऐसे झकोरे जो सहिष्णु और असहिष्णु के बीच के झीने से अंतर को कभी नहीं समझ सकेंगे .... फिर क्या फर्क पड़ता है कि झकोरा सहिष्णु है या असहिष्णु .... और मुझे लगता है कि अब समय आ गया है जब हमें इन झकोरों के विरुद्ध थोड़ा असहिष्णु होना ही पड़ेगा .... है ना !!

वैसे आज संसद में भी असहिष्णुता पर बहस होने वाली है .... देखना होगा कि सहिष्णु असहिष्णु और झकोरे क्या कहते हैं - क्या-क्या कहते हैं - और क्या नहीं कह पाते हैं ....

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