Wednesday 4 November 2015

// जो सब बोले - तुम बोले .. वही शाहरुख़ बोले .... फिर बवाल क्यों ?? ....//


महामहिम राष्ट्रपति जी ने बोला - सहनशीलता सहिष्णुता ज़रूरी है ....
मोदी ने कहा - राष्ट्रपति सही बोले - सहिष्णुता ज़रूरी है ....
जेटली ने कहा - सहनशीलता ज़रूरी है ....
राजनाथ भी ऐसा ही कुछ बोले ....
और इसके विपरीत किसी और उच्च पद पर बैठे व्यक्ति की हिम्मत भी नहीं हुई कि कुछ अनर्थ बोल सके .... यहां तक कि मैं नाचीज़ भी यही बोला था .... बिलकुल महान लोगों के माफिक ....

और इसलिए साम्प्रदायिक भक्त अंदर-अंदर सुलगते रहे .... मोदी जी को कोसते रहे - गालियां देते रहे - कुढ़ते रहे - कलपते रहे - सड़ते रहे .... इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है कि ....

जैसे ही शाहरुख़ खान भी यही बात बोले कि -  सहनशीलता सहिष्णुता ज़रूरी है .... तो इन सबके संस्कार उचक गए .... मुहँ से हवाबाजी शुरू हो गई .... शाहरुख़ देशद्रोही - इसे पाकिस्तान भेजो - इसे कहो अवार्ड वापस करना है तो इसकी राशि भी वापस करे .... आदि !!

अतः मोदी जी !! मेरी आप को एक सलाह है .... ज़रा सोचो आप किस के बल जीत के आए हो ?? तुम्हारे इन्ही भक्तों के बल पर ही तो जीते हो !! फिर इनकी पीठ पे छुरा क्यों भोंक रहे हो ?? इनका दिल क्यों दुखा रहे हो ?? क्यों इनके दिल की बात पूरी नहीं करते ?? क्यों नहीं इस राष्ट्र को हिन्दू राष्ट्र घोषित कर अपनी बेइज़्ज़ती करवा पद पर से हट जाते हो .... आखिर ये देश तुम्हारा भी तो है कि नहीं ?? .... क्या अपने देश पर इतनी कृपा भी नहीं कर सकते ????

और मोदी जी अब आप देश की चिंता मत करना - मेरा यकीन करें कि इस देश में अभी कई काबिल अच्छे लोग हैं जो सामने आएंगे और आपको - आपके भक्तों को - पाकिस्तान को - ललित मोदी को - जीजा को - योगी को - साध्वी को - बाबा को - मुसलामानों को - हिन्दुओं को - भ्रष्टाचारियों को - टुच्चों को - सेना को - देशभक्तों को - गरीबों को - ईमानदारों को - शाहरुख़ को - कलाकारों को - साहित्यकारों को - वैज्ञानिकों को - यानि समूचे देश को यथायोग्य अच्छे से सम्हाल लेंगे ....

तो मोदी जी - बताओ जाते जाते अपने भक्तों को खुश करोगे कि नहीं - पाकिस्तान में मातम पसराओगे कि नहीं ????

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