मुन्ना बजरंगी
मारा गया.. गोली से मारा गया.. जेल में मारा गया..
यानि कानून
के शिकंजे में रहते मारा गया..
और यकीनन
कानून के संरक्षण में मारा गया..
और तब मारा
गया जब कानून अपना काम कर रहा था..
और कानून
जिनके हाथ में था उनके ही सहयोग से मारा गया..
और कानून
था जेल का..
और जेल थी
जेलमंत्री के संरक्षण में - जो था मुख्यमंत्री भी..
और जेलमंत्री
/ मुख्यमंत्री को संरक्षण था प्रधानमंत्री का..
तो कैसे कहा
जाए - बेचारा मुन्ना बजरंगी बेभाव मारा गया ??..
जबकि वो तो
कुत्ते की मौत मारा गया..
क्योंकि वो
उसके जैसे ही कुत्तों द्वारा मारा गया..
क्योंकि हर
कुत्ते के दिन आते हैं..
और हर कुत्ते
की मौत भी आती है..
कल मुन्ना
का दिन था..
इसलिए कल
मुन्ना ने मारा था..
पर आज मुन्ना
मारा गया..
और कल मुन्ना
को मारने वाला भी मरेगा..
और वो भी
कुत्ते की मौत मरेगा..
क्योंकि मुन्ना
भी कुत्ते की मौत मारा गया..
तो क्या कुत्ता
भी मरेगा ??..
मरेगा जरूर
मरेगा !!.. आमीन !!..
तो क्या डॉगी
भी मरेगा ??..
मरेगा जरूर
मरेगा पर कुत्ते की मौत नहीं मरेगा..
क्योंकि डॉगी
एक बेज़ुबान जानवर है..
कोई कुत्ता
नहीं !!..
और यही बात
समझने की है..
क्योंकि ये
बात कोई कुत्तई जुमला नहीं..
तो समझ आया
ना कि मुन्ना बजरंगी क्यों कैसे और किसके द्वारा मारा गया ??..
ॐ शांति ॐ
!!
ब्रह्म प्रकाश
दुआ
'मेरे दिमाग
की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
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