Friday 13 July 2018

// मज़ा तो अब आएगा !!.. अब जाकर दिल्ली में भी बारिश-बाढ़ जो शुरू हो गई है.. //


आजकल शहर-शहर बाढ़ के समाचार आते रहे और उस पर नीरस और बिना किसी नतीजे की बहस भी डूबी हुई गीली-गेली गिलगिली गोदी मिडिया पर होती रही..

और मज़ा नहीं आया.. क्योंकि बहस में यही निकल कर आया कि बाढ़ के लिए कोई इंसान जवाबदार नहीं पाया गया.. जवाबदार था तो ईश्वर अल्लाह.. या समुद्र.. या पिछली सरकार की नाकामियां.. या अभूतपूर्व बारिश.. या जनता की बदकिस्मती.. या जनता के द्वारा फेंके कचरे से नालों का चोक हो जाना.. या समाज में बढ़ते पापों के कारण - या लोगों का अधर्मी या नास्तिक हो जाना - या पाठ पूजा या हवन का ना होना.. या मेंढक-मेंढकी.. आदि !!..   

और ऐसा इसलिए हो पाया क्योंकि अभी तक दिल्ली में तो बाढ़ आई ही नहीं थी !!..

पर अब इंतज़ार ख़त्म.. दिल्ली में भी बारिश-बाढ़ की खबरें आज से आने लगी हैं.. और अब सुनियेगा कि दिल्ली की बाढ़ के लिए एक इंसान जिम्मेदार होगा - जो क्रांतिकारी मर्द केजरीवाल होगा !!..

और अब देखिएगा अंजना की चहक तिहाड़ी की दहाड़ अर्नब का दुःख रजत का दर्द और दीपक का गुस्सा.. ..

पर सावधान !!.. हो सकता है कि इस बार आपको पूरा मज़ा ना आए.. क्योंकि जिस तरह से कूड़े का ठीकरा बैजल के सर फूट गया है या फोड़ दिया गया है.. हो सकता है बाढ़ में भी चड्डी गीली उसकी ही हो !!..

और यदि आप भक्त नहीं हैं तो शायद आप दिल्ली की बाढ़ को भी अन्य शहरों की बाढ़ के समकक्ष ही मानते हुए इस देश में जितने भी टुच्चे हैं उनको धिक्कारेंगे और उन्हें सबक सिखाने के लिए नई नायाब पहल के बारे में सोचेंगे.. मसलन हो सकता है कि आप मेंढक-मेंढकी की शादी कराने वालों की 'बैंड-बाजा-बारात' निकाल उन्हें जूते सुंघा उन्हें बाढ़ के जल से नहला बाढ़ में छोड़ देने के बारे में सोचेंगे.. और रवीश कुमार की भाषा में अपने आपको "जनता" बनाने का संकल्प लेंगे !!..

और जो भक्त हैं वो तो दिल्ली की बाढ़ के लिए पानी पी पी कर केजरीवाल को गालियां दे देकर अपनी पूरी शक्ति के साथ भक्ति का निर्वहन करेंगे.. और बरसात बाद थक हार चुल्लू भर पानी में डूबने से मना कर देंगे.. क्योंकि भक्तों की महिमा तो होती ही है अपरम्पार !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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