Monday 9 July 2018

// भगवान राम यदि रेप नहीं रोक पाएंगे.. तो इन टुच्चों का सफाया भी नहीं कर पाएंगे !!..//


बैरिया यूपी से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने दावे के साथ कहा है या बका है या उनसे बकवाया गया है कि..
"भगवान राम भी आ जाएंगे तो इन घटनाओं (रेप) पर नियंत्रण कर पाना संभव नहीं है। यह समाज का स्वाभाविक प्रदूषण है, जिससे कोई भी वंचित नहीं रहने वाला है" !!..

मेरी प्रदूषण रहित स्वाभाविक सी प्रतिक्रिया.. ..

तो क्या मान लें कि ऐसी टुच्चई की प्रतियोगिता में 'मुल्ला मुलायमसिंह' हाशिये पर चले गए हैं जिन्होंने रेप के ही सन्दर्भ में एक वाहियात बात बोली थी कि - "बलात्‍कार (रेप) के मामलों में फांसी की सजा देना गलत है। लड़कों से गलतियां तो हो जाती हैं" ??..
और क्या स्वयं सुरेंद्र सिंह भी स्वाभाविक प्रदूषण रेप से वंचित नहीं रह गए हैं ??.. ..

पर इसके अलावा भी अब टुच्चों से कुछ बेबाक प्रश्न.. ..

भगवान् राम हाल फिलहाल कहाँ बिराजमान हैं ??
क्या भगवान् राम आएँगे - ऐसी कोई संभावनाएं हैं ??
और यदि भगवान् राम आएँगे तो क्या रेप रोकने के लिए आएँगे ??
और जब रेप रोकने के लिए आएँगे तो क्या चोरी डकैती दंगे फसाद रोकने के लिए किसी और को साथ लाएंगे या किसी और को भेजेंगे ??
और क्या भ्रष्टाचार को रोकने के लिए भगवान् राम कुछ नहीं करेंगे - और यदि नहीं करेंगे तो क्या लाचारी में या उन्हें भ्रष्टाचार पसंद है - और वो खाएंगे भी और खाने भी देंगे ??.. ..

और ये 'स्वाभाविक प्रदूषण' क्या होता है ??.. क्या ये वही प्रदूषण जैसा नहीं जो मुलायमसिंह ने फैला दिया था ये बोलकर कि - लौंडों से ये रेप जैसी गलतियाँ तो हो ही जाती हैं..
और यदि ये और वो 'स्वाभाविक प्रदूषण' कहलाता है तो फिर "कृत्रिम प्रदूषण" किस बला का नाम है ??.. वही ना जो संघ वीएचपी बजरंग दल भाजपा वाले संगठित रूप से असंगठित गुंडों बदमाशों अपराधियों से सहयोग का बलपूर्वक आदान प्रदान करवा फैलाते रहते हैं ??..  

और टुच्चों !!.. यदि तुम इन सभी कामों के लिए भगवान् राम के भरोसे बैठे हो तो फिर ये बताओ कि ये मोदी किस काम के लिए बैठाए गए थे या बैठे थे और बैठे ही हुए हैं ??.. क्या रेप चोरी डकैती भ्रष्टाचार को करने और प्रोत्साहित करने के लिए ?? या भगवान् राम से युद्ध करने के लिए ??

ये प्रश्न मैं इसलिए पूछ रहा हूँ क्योंकि बलात्कार जैसे घिनौने मामले से भगवान राम के नाम को जोड़ देने की धूर्तता की गई है.. और बावजूद इसके सभी राम भक्तों और देशभक्तों और बुद्धिजीवियों और समझदारों का खामोश रह जाना मुझे यही इंगित करता है कि समाज में भक्तों और अंधभक्तों द्वारा फैलाए जा रहे 'कृत्रिम प्रदूषण' पर जैसा प्रतिकार होना चाहिए वैसा हो नहीं रहा है..

और इसलिए ही शायद २०१९ के आगामी चुनावों के मद्देनज़र "हिंदुत्व" के नाम पर एक धार्मिक ध्रुवीकरण करने की ये साज़िशें की जा रही हैं.. और वो भले ही सांप्रदायिक हिंसा में लिप्त दोषियों को सम्मानित करने की घटना हो या फिर उनसे जेल में जाकर मिलने और उन्हें प्रोत्साहित कर बाहर आ भड़काऊ ज़हर उगलने की शर्मनाक बातें.. ये सभी सोची समझी साज़िशें ही हैं.. और हारे हुए २०१९ के चुनावों को जीतने के कुत्सित प्रयास में छटपटाहट !!..

इसलिए मेरा समाज के जागरूक नागरिकों से निवेदन है कि कोई राम आपकी मदद करने आने वाले नहीं हैं.. समाज में फैलाए जा रहे 'कृत्रिम प्रदूषण' का और समाज के इन टुच्चों का सफाया तो आपको हमको सबको मिलकर ही करना होगा.. !! जय श्री राम !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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