Thursday 5 July 2018

// "मी लॉर्ड" से "संवैधानिक टुच्चों" के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग और चुनौती ..//


मी लॉर्ड !!..
अगर कोई व्यक्ति एक बार संविधान की शपथ लेकर संवैधानिक पद को स्वेच्छा से होशोहवास में ग्रहण कर लेता है..
और उस पद से प्राप्त वित्तीय और अन्य सुविधाएं और लाभ भी सहर्ष प्राप्त करने लगता है.. 
और उसके बाद वो जाने या अनजाने - संविधान में क्या लिखा है उसको बिना पढ़े या बिना समझे - ऐसा असंवैधानिक कृत्य कर गुजरता है जिसके कारण जनता के पैसे का भी नुकसान हो जाता है - और जनता के अन्य अनन्य अहित भी हो जाते हैं..
और तो और जब उसके कृत्य संवैधानिक व्यवस्था के तहत न्यायालय से बदस्तूर गलत या त्रुटिपूर्ण या असंवैधानिक निर्णीत भी हो जाते हैं तो..
तो.. 
तो.. क्या ऐसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को मैं "संवैधानिक टुच्चा" कहकर या अन्य संसदीय अपशब्द कहकर अपने मन की भड़ास निकाल सकता हूँ कि नहीं ??..
और साथ ही जनता के पैसे सहित जनता के ही तमाम हुए अन्य अनन्य नुकसान के विरुद्ध ऐसे "संवैधानिक टुच्चे" से भरपाई वसूली की मांग कर सकता हूँ कि नहीं ??..

और क्या मैं यह कह सकता हूँ कि "संविधान" सर्वोपरि है.. पर "संवैधानिक टुच्चे" कदापि नहीं !!..

मी लार्ड !!..
यदि मेरे प्रश्न संवैधानिक दृष्टि से सही हैं और आपके अनुसार उचित भी - तो मैं आप से मांग करता हूँ कि..

दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग और वर्तमान में पदस्थ अनिल बैजल या अन्य जिम्मेदार जवाबदार दोषियों के विरुद्ध भरपाई वसूली सहित उचित कार्यवाही करने के निर्णय देने की कृपा करें.. अन्यथा आपके द्वारा दिया गया निर्णय संविधान की कसौटी पर पूर्ण रूप से खरा नहीं माना जा सकेगा..

और मुझे पूरी आशा है कि इस देश में शायद ही कोई अन्य व्यक्ति आपसे ज्यादा काबिल होगा जिसने संविधान को अक्षरशः पढ़ा होगा और समझा भी होगा.. और क्योंकि आपने भी उसी संविधान की शपथ लेकर पद ग्रहण किया है.. इसलिए मैं आपको उसी संविधान का हवाला देकर जनता के प्रति आपके अपने दायित्वों का निर्वहन करने की चुनौती भी देता हूँ..

आशा है आप मेरी मांग और चुनौती को स्वीकार कर अनुग्रहित करेंगे !!.. धन्यवाद !!

और भक्तों को सूचित हो कि जब बातें संजीदगी के स्तर को छू रही हों तो बिलावजह टांग अड़ा उनके जाहिल या टुच्चे होने के सबूत परोस कर दे देना उचित नहीं होगा.. अब तो सब को वैसे ही सब पता चल चुका है !!..
और भक्तों को समझाइश भी है कि अचंभित पतरा व अन्य द्वारा बताए अनुसार दिल्ली में केजरीवाल सरकार को मिली शिकस्त और एलजी को मिली अभूतपूर्व जीत के जश्न में गांजा भांग चरस का सेवन थोड़ा कम करेंगे तो बेहतर होगा !!.. समझे !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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