जब से भूमि अधिग्रहण बिल को मोदी सरकार द्वारा बड़े बेआबरू हो वापस लेना पड़ा - और जब से संसद के पूरे सत्र की धुलाई हो गई और मोदी संसद में चूँ करने की हिम्मत भी ना जुटा पाए - और जब से जीएसटी बिल अटकलों के बाद अटक ही गया - और जब से राहुल वयस्क हो मोदी जी को पप्पू की भाषा में लताड़ लगा गए .... तब से मोदी जी ने नया राग अलापना शुरू कर दिया ....
विपक्ष साथ नहीं दे रहा - सहयोग नहीं कर रहा - रोड़े अटका रहा है - राजनीति कर रहा है - जिसके कारण सरकार काम नहीं कर पा रही है - और विकास ठप्प हो गया है ....
यानि मोदी जी ने राहुल से हार मान ली ....
और दूसरी तरफ .... केजरीवाल भी यही बोलते रहे हैं कि ....
केंद्र साथ नहीं दे रहा - सहयोग नहीं कर रहा - रोड़े अटका रहा है - राजनीति कर रहा है .... पर साथ ही यह भी कह रहे हैं कि सरकाम काम कर रही है - और दिल्ली का विकास हो रहा है ....
यानी केजरीवाल ने मोदी से हार नहीं मानी है ....
और मैं सोच रहा था कि जो बच्चों से डर हार जाए उसे वयस्क कैसे माना जाए ?? - और जो पके पकाए वयस्क को बच्चों जैसे रोने हारने पर मज़बूर कर दे उसे ही अब परिपक्व वयस्क क्यों ना माना जाए ??
और साथ ही जो प्रधानमंत्री एक मुख्यमंत्री को खुद परेशान करे और बदले में खुद ही परेशान हो जाए उसे सक्षम प्रधानमंत्री कैसे माना जाए ?? - और जो मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री से बिना डरे अपने काम में सफल होता दिखे उसे ही अगला प्रधानमंत्री क्यों ना बनाया जाए ??
अस्तु मैंने तो निष्कर्ष निकाल लिया है कि .... " केजरीवाल >> राहुल गांधी >> नरेंद्र मोदी " .... यानि अगला चुनाव संभवतः आप और कांग्रेस के बीच ही लड़ा जाएगा .... क्योंकि तब तक भाजपा भारी भरकम मोदी के बोझ तले डूब चुकी होगी ....
jandar shandar
ReplyDeleteएकदम सटीक व्याख्या...........
ReplyDeleteआजकल जुमले देश को पकाने लग गये और चूरणछाप अंधभक्त है कि अभी भी अपने फर्जीवाड़ा, गुंडागर्दी, भाषणबाजी से बाज नहीं आये,,, वे "ख़ूनी व्यापम" दिखाकर डराते है,,, अब तो "झाबुआ का विस्फ़ोट" भी दिखा दिया ... पर इनमें मानवता नहीं जगी.... खेर चलने दो .......
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ReplyDeleteये हिंदुस्तान के दिल की बात कह दी आप ने।
ReplyDeleteKiya khub kaha hai Dua ji aap ne ye Feku bhagat bhi yaha hai bhechare Feku ke mare hahahahaha
ReplyDeleteमोदी जी को काम करने के लिए और बहुमत,और इस से भी बड़ा पद चाहिए।
ReplyDeleteAchcha article hai, mujhe kafi afsos hota hai ki aapke blog ko direct visitors nahi milte halanki facebook par se kafi visits aate hai, apne blog ki digital marketing karae shayad aur bhi pathak mile. ek achcha marketer kam kharch me achcha result de sakta hai par online thagi se satark rahe, achche bure dono type ke log hote hai internet par.
ReplyDeleteवाह! यूँ तो आप के तरकस में नाना प्रकार के तीर भरे पडे हैं और बार का तीर सबसे अधिक प्रभावी लगता है किंतु इस विश्लेषण की बात ही कुछ और है। एक दम सच्ची सटीक बातें लिखी हैं आपने। साधुवाद!
ReplyDeleteवाह! यूँ तो आप के तरकस में नाना प्रकार के तीर भरे पडे हैं और बार का तीर सबसे अधिक प्रभावी लगता है किंतु इस विश्लेषण की बात ही कुछ और है। एक दम सच्ची सटीक बातें लिखी हैं आपने। साधुवाद!
ReplyDeleteEk do kaudi ke cm ki tulna ek mahan desh ke mahan pm se karne se pahle koi sharm nahi aai.....
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