Wednesday 2 September 2015

//// ३ रहिन मोदी - १ रहिन फत्ते .. बेचारे फत्ते !! ....////


३ रहिन मोदी !!!!
पहले फरार .... भारत से भाग लन्दन में आराम फरमा रहे ....
दूसरे बेकार .... बिहार के सबसे बड़े नेता पर मुख्यमंत्री लायक नहीं रहे ....
तीसरे लाचार .... अब कुछ भी तो कर नहीं पा रहे ....

एक रहिन फत्ते !!!!
बेचारे तीनों मोदियों को टेके लगाते हैं .... प्रवक्ता जो हैं - अपात्र को भी पात्र सिद्ध करने में अपनी पूरी शक्ति लगाते हैं - और पात्रा कहलाते हैं ....
बहुत चतुर शाने हैं इसलिए ....
फरार को फरार नहीं मानते - फरार को तो बस मानव और फरारी को मानवीय बताते हैं ....
बेकार को बेकार नहीं मानते - बिहार के सबसे बड़े नेता बताते हैं - "शत्रु" से भी सक्षम बताते हैं ....
लाचार को लाचार नहीं मानते - सारी लाचारी और अकर्मण्यता का ठीकरा पिछले ६० साल पर फोड़-फोड़ कर भी कुछ ना करने वाले को भी कर्मवीर बताते हैं .... और बस "राहुल-राहुल" चिल्लाते हैं ....

और एक रहिन हम !!!!
हमारा मानना है कि सभी मोदियों से फत्ते भले .... टेके बहुत अच्छे लगाते हैं - फ़टे को रफू बहुत अच्छा कर जाते हैं - पर बड़े फ़टे में अब थेगड़े लगाने में ज़रा असहज हो जाते हैं .... अब तो कई बार बौराने भी लगे हैं - खुद के कपडे भी फाड़ने लगे हैं ....

इसलिए अब मुझे फत्ते भी लाचार ज्यादा नज़र आने लगे हैं .... बेचारे फत्ते !!!!

3 comments:

  1. aur kejriwal Lalu and Nitish ke saath kya kar rahe hain ..........hain Hain hain ?
    Dua jab tak modi ko gali na de tab tak uske pet mein dard hota rehta hai ..Hain hain hain ..jaisi shakal vaisa dimaag ..

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  2. फत्ते सहित तीनो मोदियों का बिलकुल सटीक मूल्यांकन.

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  3. अच्छा लगा आपका ब्लॉग. एक तो नित्य अपडेट होता ब्लॉग और उपर से वो भी हिंदी में : और भी अच्छा लगा. दुआ साब अभी लगता है आप सेंटर से थोडा लेफ्ट लिखते हैं.. थोडा सेंटर कर के लिखिए... और अच्छा बन पड़ेगा... जितना भी अच्छा क्यों न हो, मगर यहाँ आपका लेखन एकतरफा राजनितिक प्रतिबद्दता को पुष्ट करता दीख रहा है. मानवाधिकार की आड़ में अल्पसंख्यक के तुष्टिकरण का जो प्रयास शुरू से रहा है - उसी यज्य में दिल्ली में नई आहुति डाली जा रही है. देखिये - सोचिये और विचारिये : बात गलत लगी हो तो अग्रिम क्षमा प्रार्थना सहित, भवदीय : दीपक डुडेजा (ब्लॉग : दीपक बाबा की बक बक)
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