Friday 11 September 2015

//// कुत्तों के "अच्छे दिन" तो आ ही गए हैं ....////


विदित हो कि भारतीय सेना में बाकायदा कुत्तों की भी भर्ती होती है तथा उनका रैंक आदि भी होता है .... और अब तक बड़ा ही विचित्र और कुत्ताई से भरा नियम रहा है कि सेवा से निवृत्त होने के बाद कुत्तों को मार दिया जाता रहा है .... छिः !!!!

पर अब एक अच्छा समाचार आया है -  केंद्र सरकार ने हाई कोर्ट में बताया है कि सेना में सेवानिवृत्ति के बाद कुत्तों को मारने के बजाय अब उनकी देखरेख व अच्छे जीवन के लिए नीति बनाई जाएगी .... नई नीति के तहत ऐसे कुत्तों की देखभाल के लिए व्यवस्था करने के अलावा अलग से स्टाफ की भी नियुक्ति की जाएगी .... 

ये समाचार तो कल ही आ गया था - और मैं सोच रहा था कि अब इस पर भी बवाल मचेगा .... कई आदमी टाइप लोग कुत्तों जैसे ही लड़ पड़ेंगे - बहस करेंगे - पहले सही था - नहीं अब गलत है - जो नियम ६० साल से चल रहा था मोदी सरकार ने उसे पलक झपकते १५ महीने में बदल दिया - मोदी सरकार कुत्तों तक की परवाह करती है - नहीं मोदी सरकार कुत्तों की ही परवाह करती है .... आदि इत्यादि ....

पर जनाब गज़ब हो गया .... पूरे देश में ना तो एक इंसान ही इसके विरोध में बोला ना ही कोई कुत्ता ....
सब के सब राजनीति से ऊपर उठ देशहित में देश के कुत्तों के मामले में एकजुट एकमत दिखे .... और सांसदों के वेतन भत्ते के विषय को छोड़ शायद ही कभी ऐसा एकतरफा १००% समर्थन कभी भी किसी अन्य को भूतकाल में मिला होगा !!!! 

वाह !! अहोभाग्य कुत्तों का !!!!

स्पष्ट है किसी के आए हों या ना हों - पर यकीनन कुत्तों के अच्छे दिन तो आ ही गए हैं ....
और आज ये भी पुनः सिद्ध हो गया कि - " हर कुत्ते के दिन आते हैं " ....

कुत्तों को हार्दिक बधाई !!!!

3 comments:

  1. या मौला...कल तक तो स्वघोसित ईमानदार केजरीवाल जी ...के बच्चे ४५% से जीत रहे थे दिल्ली यूनिवर्सिटी का इलेक्शन.... ये रातों रात क्या हो गया.....???
    ये जरूर अडानी/अम्बानी एजेंट मोदी की चाल है.... युगपुरुष केजरीवाल जी को काम ना करने देने की... उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को डरा घमका के अपने फेवर में वोट लिए होंगे जरूर....नहीं तो.. दिल्ली का वोटर तो ६ महीने पहले ही ईमानदार हुआ था और बीजेपी को हराया था...

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  2. kya bolte ho Aam aadmi party vale kutton ..kaise lage accche din ....Hum jeet gaye...hum yani tum main mere deshwais . ..hain hain hain ......... to hara kaun ...vo Arvind kejriwal ..vo aaptards ..vo Ashutosh ..vo Alka...vo Manish aur vo Dua ..aap vale vo jo delhi university mein apni puri takat laga ke student politics karne gaye the ..ha ha ha ..hain vakt ka takaza hai haai ki ab aaptards ko delhi se hataya jaae ..

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  3. अच्छा लगा आपका ब्लॉग. एक तो नित्य अपडेट होता ब्लॉग और उपर से वो भी हिंदी में : और भी अच्छा लगा. दुआ साब अभी लगता है आप सेंटर से थोडा लेफ्ट लिखते हैं.. थोडा सेंटर कर के लिखिए... और अच्छा बन पड़ेगा... जितना भी अच्छा क्यों न हो, मगर यहाँ आपका लेखन एकतरफा राजनितिक प्रतिबद्दता को पुष्ट करता दीख रहा है. मानवाधिकार की आड़ में अल्पसंख्यक के तुष्टिकरण का जो प्रयास शुरू से रहा है - उसी यज्य में दिल्ली में नई आहुति डाली जा रही है. देखिये - सोचिये और विचारिये : बात गलत लगी हो तो अग्रिम क्षमा प्रार्थना सहित, भवदीय : दीपक डुडेजा (ब्लॉग : दीपक बाबा की बक बक)

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