Monday 7 September 2015

//// OROP और भ्रम की स्थिति !! .. कोई भी भ्रम में नहीं रहे तो बेहतर .... ////


परसों रक्षा मंत्री ने OROP की घोषणा करी थी .... और कहा था VRS वालों को इसका लाभ नहीं मिलेगा ....

पकी-पकाई की घोषणा करने में १५ माह का समय लगने का औचित्य केवल ये ही माना जा सकता था - कि "मजमून" सही-सही तय किया जाए और लिखा जाए .... वर्ना वायदा तो किया ही था - मुद्दा स्पष्ट था - सिद्धांत रूप से माँग स्वीकार्य करने की घोषणाएं भी करी जा चुकी थीं .... तो बस फिर "मजमून" ही तो बचा था ....

लेकिन जनाब VRS की बात आते ही सभी आंदोलनकारी भड़क गए .... सबको लगा ये कौन सा नए टाइप का प्याज अदरक लस्सन के रस का रईसी रायता है जो सड़ांघ मारते फैलाया जा रहा है ....

और जब सैनिक भड़के तब प्रधानमंत्री फड़के .... दूसरे ही दिन फरीदाबाद में आदतन कांग्रेस को कोसते खिसियाते घोषणा कर दी .... VRS को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है .... OROP का फायदा सबको मिलेगा ....

और तब जाकर रायते पर पानी फिरा .... और भ्रम की स्थिति ख़त्म सी हुई !!??!!

और भ्रम मेरा भी टूट गया .... मैं रक्षामंत्री पर्रिकर को समझदार मानता था .... पर "मजमून" में ऐसी गलती ?? .. सैनिक बता रहे हैं कि सेना में तो VRS होता ही नहीं है .... फिर VRS की बात क्यों ?? .... और इसलिए मुझे लगता है कि मोदी जी ने सही आक्षेप लगाया कि कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं .... क्योंकि ऐसा कर रक्षामंत्री पर्रिकर ने भ्रम फैलाया ये तो स्पष्ट है ....

और इसलिए मैं सोचता हूँ कि भक्तों को भी अपना भ्रम तोड़ लेना चाहिए .... जो सरकार एक घोषणा का या एक प्रावधान या कानून का "मजमून" तक ससमय और सही-सही नहीं बना सके वो सरकार सफल साबित क्या ख़ाक होगी ?? .... अतः .. कोई भी भ्रम में नहीं रहे तो बेहतर !!!!

1 comment:

  1. चलो Dua जी ! मोदी सरकार का तख्ता पलट कर देते हैं ! बाय द वे , हू शुड भी अवर पी एम ?

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