Saturday 30 January 2016

// तो क्या .. "जब तक ऊपर चाँद रहेगा - चांडी तेरा नाम रहेगा" ???? ....//


ना पूरब ना पश्चिम - ना ही मध्य और ना ही कोई उत्तर .. इस बार दक्षिण - यानि केरल - और एक और घोटाला - "सौर पैनल घोटाला" ....

और आरोप गंभीर .... उतने ही गंभीर जितने कि बेचारे क्रिकेटर गौतम गंभीर - एवं उतने ही गंभीर जितने अन्य घोटालों के अनन्य आरोप .... गंभीर आरोप !!

और आरोपित ओमान चांडी .... माननीय या माननहीं मुख्यमंत्री केरल ....

तो क्या चांडी को इस्तीफ़ा देना चाहिए या देना पड़ेगा या दे देंगे ???? 

क्यों भाई ?? .. इस्तीफ़ा क्यों ?? ....
क्या व्यापमीय शिवराज ने इस्तीफ़ा दिया ?? नहीं !!....
क्या मानवीय सुषमा ने इस्तीफ़ा दिया ?? नहीं !! ....
क्या महामयी यशोधरा ने इस्तीफ़ा दिया ?? नहीं !! ....
क्या निंदनीय जेटली ने इस्तीफ़ा दिया ?? नहीं !! ....
फिर माननीय चांडी जी को इस्तीफ़ा क्यों देना चाहिए ?? ....

तो यानि उन्होंने नहीं दिया तो चांडी भी नहीं देंगे ?? ....
नहीं ऐसा नहीं है - चांडी इसलिए नहीं देंगे क्योंकि उनके ऊपर आरोप निराधार हैं ....
तो क्या उन अन्य पर आरोप निराधार नहीं थे ?? ....
नहीं आरोप तो आधार वाले थे पर अब तक साबित नहीं हो पाए ....
जब आरोप आधार वाले थे तो साबित क्यों नहीं हो पाए ?? ....
क्योंकि क्या है कि एक तो पूरा सिस्टम भ्रष्ट है - और दुसरे वो भ्रष्ट हैं निकम्मे हैं चालाक हैं सत्ता में हैं सशक्त हैं इसलिए आरोप साबित नहीं हो पाए ....
तो क्या आप पर लगे आरोप साबित हो जाएंगे ?? ....
नहीं हो ही नहीं सकते - इसलिए कि हम पर आरोप ही निराधार हैं ....
तो ये कौन तय करेगा कि आरोप निराधार हैं ?? ....
हम कह रहे हैं - और आप खुद चेक कर लें - आपको पता चल ही जाएगा कि आरोप निराधार हैं .... और जनता को तो पहले से ही मालूम ही है कि सारे आरोप निराधार हैं .... 

तो यानि किसी जांच की भी जरूरत नहीं ?? ....
नहीं जाँच करा लो ना - दावे से कुछ नहीं निकलेगा ....
जांच कौन करेगा ??
किसी से भी करा लो ....

वाह !! तो यानी "सौर पैनल घोटाले" की भी जांच हो जाए ?? ....
हो जाए - पर जांच निष्पक्ष होनी चाहिए - और हम चाहते हैं कि जांच घोटाले की जड़ तक की जाए और दोषी को बख्शा नहीं जाए - फिर चाहे वो कोई भी क्यों न हो - कितना भी बड़ा क्यों न हो - कितना भी शक्तिमान क्यों न हो ....

और मेरी अंतिम प्रतिक्रिया ....

मित्रो !! ये जड़ तक जाने की बात समझ आई ?? .... इस "सौर पैनल घोटाले" की जड़ में आपको मालूम है कौन है ?? नहीं मालूम ?? .... मैं बताता हूँ ....
इस घोटाले की जड़ में "सूर्य" है - और केवल सूर्य - यानि अपना पूरब से अस्त पच्छिम में पस्त होने वाला "सूरज" .... जिसकी अनियंत्रित ऊर्जा के कारण ही कुछ टुच्चों ने उसका दोहन कर मारा - और हो गया "सौर पैनल घोटाला" ....

इसलिए मेरा टुच्चों से निवेदन है कि जिस तरह तुमने शिवराज सुषमा यशोधरा जेटली को बख्श दिया - बस उसी तरह चांडी को बख्श देना - और उसी तरह "चाँद" "सूरज" "तारों" को - राम को - भगवान को - अल्लाह को भी बख्श देना ....

तो सब टुच्चे मिल कर बोलो रे ....

जब तक ऊपर चाँद रहेगा - चांडी तेरा नाम रहेगा ....
!! धन्यवाद .. धनअाबाद !!

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