मान लीजिए एक कलेक्टर .... अरे जनाब क्यों भड़क रहे हैं ?? .. मान भी लीजिए कि - एक जिले का कलेक्टर या अन्य उच्च अधिकारी अपने फेसबुक पर ये लिख मारे कि ....
" मित्रो !! मैं आज से अपने फेसबुक पर कोई मन की बात नहीं लिखूंगा .... क्योंकि .... मैं नहीं चाहता 'आ बैल मुझे मार' वाली स्थिति उत्पन्न हो .... बस !! "
या फिर ये लिख मारे कि ....
" मैं अभी से बता देता हूँ कि मैं केजरीवाल को पंजाब चुनाव जीतने पर बधाई नहीं दूंगा .... क्योंकि .... फिर कौन फिजूल में पागलों को कारण बताता फिरेगा .... है ना !! "
तो ?? .... तो क्या होगा ????
मैं बताता हूँ क्या होगा ....
उस अधिकारी की मन की बात पूरी होगी - केजरीवाल पंजाब चुनाव जीतेंगे .... और ....
और होगा ये कि साहेब और भक्त चिढ जाएंगे - कुढ़ जाएंगे - कपडे फाड़ लेंगे - और क्या ?? ....
और शायद हमेशा की तरह अपनी बेइज़्ज़ती करा हताश हो किसी नए शिगूफे की तलाश में लग जाएंगे ....
जैसे हो सकता है .... एक और पागल तड़प कर ये कह दे कि - यदि नेहरू को पाकिस्तान तभी भेज दिया गया होता तो आज भाजपा को भारत में शासन करते ६० साल से ज्यादा हो गए होते .... सही है !! शायद हो भी गए होते .... है ना !! ....
हाय !! .. नेहरू आखिर तुम हुए ही क्यों ?? .. या साहेब तुम तब ही क्यों ना हो गए ?? .... तुमने अवतार तब ही क्यों ना लिया ?? .... कम से कम आज एक काबिल देशभक्त निडर कलेक्टर को यूँ ही बेइज़्ज़त तो ना होना पड़ता .... छिः !!
// मेरे 'fb page' का लिंक .... << https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl >> //
No comments:
Post a Comment