Tuesday 31 May 2016

// शहंशाह - बनाम - शहज़ादे का जीजा ..//


बहुत आशा थी कि मोदी आएँगे तो भ्रष्टाचारियों पर गाज गिरेगी .... इस देश में भ्रष्टाचारी तो बहुत हैं पर मोदी और भक्तों द्वारा रॉबर्ट वाड्रा का ढोल पुट्ठे बजा-बजा कर पीटा गया था .... और तब लगा था कि रॉबर्ट वाड्रा के साथ बहुत गड़बड़झाला है - पर क्योंकि वे सोनिया के दामाद हैं और राहुल के जीजा इसलिए उन्हें कोई हाथ नहीं लगा पा रहा था ....

स्मरण करें कि ये वो दौर था जब मोदी जी राहुल को "शहज़ादे" कहकर और रॉबर्ट वाड्रा को "दामादजी" कहकर उनका उपहास करते थे .... और सोनिया को "मैडम" कुछ ऐसे अंदाज़ में बोलते थे कि लोग उन्माद में तालियां बजाते थे ....

और उन्हीं तालियों के बीच मोदी को चुन लिया गया और वो बन गए प्रधानमंत्री .... और इसके बाद की कहानी को यदि मैं वर्णित करूँ तो बस इतना ही काफी है कि - जब तक विपक्ष में थे तब तक गुर्राते थे - पर जब से सत्ता में आये हैं तब से मिमिया भी नहीं पा रहे हैं ....

पर हाँ बीच-बीच में रॉबर्ट वाड्रा के शिगूफे जरूर आते रहे हैं - वो भी रॉबर्ट वाड्रा के नाम से - "दामादजी" के नाम से नहीं .... और अब मोदी जी राहुल को "शहज़ादे" भी नहीं बोलते हैं - और वो "मैडम-मैडम" की हुंकार भी अब नहीं भर पा रहे हैं ....

बल्कि उलट राहुल और रॉबर्ट वाड्रा ही गाहे बगाहे मोदी जी को चुनौती देते दिखे हैं ....

और आज तो हद्द हो गई .... आज "मैडम" ने मोदी को बोल दिया - तुम प्रधानमंत्री हो - "शहंशाह" नहीं ....

स्पष्ट है राजा महाराजाओं की इस टुच्ची लड़ाई में आज के "शहंशाह" की दुर्गति स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है - क्योंकि "शहंशाह" "शहज़ादे के जीजा" तक को निपटा नहीं सके हैं - फिर काहे के "शहंशाह" ?? .... सही है ये प्रधानमंत्री "शहंशाह" की शानो-शौकत भले ही दिखाते हों पर इनमें "शहंशाहों" की आब-ताब अब नहीं झलकती - अपितु एक चौकीदार के लक्षण ही ज्यादा दिखते हैं - एक ऐसा चौकीदार जो अपना काम ठीक से नहीं करने के कारण गाहे बगाहे अपने मालिक की डाँट-डपट खाना शुरू कर दिया हो .. और उसकी नौकरी दांव पर लग गई हो ....

// मेरे 'fb page' का लिंक .... << https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl >> //

No comments:

Post a Comment