Monday 19 September 2016

// "उरी हमले की जांच हो" .. गए-गुजरे जनरल वी के सिंह की माँग ?? ....//


मुझे समझ नहीं आता कि इस मोदी सरकार में कैसे कैसे लोगों को भर्ती कर लिया गया है - जो जब भी कुछ करते हैं बकवास ही करते हैं .... मसलन जन्म के मामले में ही कन्फ्यूज्ड - गए-गुजरे जनरल वी के सिंह - जो फिलहाल केंद्र में विदेश राज्य मंत्री हैं - और माँग कर रहे हैं कि उरी हमले की जांच हो ....

अरे यार वी के सिंह ये माँग किस से कर रहे हो ?? मुझसे या केजरीवाल से ?? या अन्ना से ?? या अपने दिल्ली वाले एसीबी के मीणा भैया से ?? या अभूतपूर्व पुलिस कमिश्नर बस्सी से ?? या देश की प्रथम कल्पित पुलिस अधिकारी बहन किरण बेदी से ?? .... नहीं ना ?? ..

यकीनन माँग तो उसी से की जाती है जिसका माँग पूरी करने का दायित्व हो .. और क्योंकि वी के सिंह स्वयं सेना में जनरल रहे हैं और वर्तमान में मंत्री तो ये तो मालुम ही होगा कि ऐसी माँग सार्वजानिक नहीं करते हुए सीधे प्रधानमंत्री या रक्षामंत्री से की जा सकती थी ..है ना ..?? .. पर ऐसा हुआ नहीं .. तो क्या माना जाए कि मोदी सुनते नहीं ?? या पर्रिकर समझते नहीं ?? .. तौबा !!!!

यार समझ नहीं आता कि ये वी के सिंह सेना के जनरल क्यों और कैसे बने ?? .. और इसलिए ही लगता है कि सेना का भी अवमूल्यन यहां तक हो गया है कि .. रात में सब मस्त सो रहे होते हैं और दुश्मन कैंप के अंदर घुस कर अपना काम कर गुजरते हैं .... यानि चूक तो हुई दिखती है - और इस चूक की जवाबदारी भी तय होनी चाहिए - और जनता के मन में उमड़े प्रश्नों का समाधान भी होना चाहिए .. और मामले की जांच भी .... 

पर मामले की जांच की मांग यदि मैं करूं या कोई आमजन - जा विपक्षी नेता - या फिर मोदी को झकझोरने वाले केजरीवाल - तो वहां तक तो बात समझ आती है .... पर यदि कोई मंत्री स्वयं ही ऐसी मांग करे तो समझ नहीं आती .. क्योंकि कल से क्या रक्षामंत्री स्वयं ऐसी ही मांग तो नहीं कर बैठेंगे - या फिर मोदी ही ....

इसलिए आज फिर कुंठित और कुपित होकर कह रहा हूँ - बाढ़ में गई तुम सब लोगों की जांच और ऐसी जांच की माँग और कड़ी निंदा और संवेदनाएं और श्रद्धांजलियां और बयान और रुदन .... ये सब तो होता रहेगा बाद में भी - अभी तो मुझे बस कार्यवाही चाहिए - चुपचाप दिल दहला देने वाली कार्यवाही जिसकी देश ने मोदी से अपेक्षा रखी थी ....

और मोदी से इस अपेक्षा के साथ कि ऐसा करना मोदी की शुद्ध जिम्मेदारी जवाबदारी होगी - बिना राजनीति - बिना स्वार्थ - बिना पार्टी स्वार्थ - बिना आदतन स्वप्रशंसा - बिना एहसान लादे - बिना लफ़्फ़ाज़ी - आदि के .... यानि बिना श्रेय लिए अपना कर्त्तव्य समझकर .. सेवक की तरह - चौकीदार की तरह - एक प्रधानमंत्री की तरह ....

और मोदी जी !! .. यदि उपयुक्त और अपेक्षित नहीं करते बन रहा हो तो भी कोई बात नहीं - जगह खाली करो - किसी और को करने दो .... जय हिन्द !!!!

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3 comments:

  1. What a great comment & analysis,it is the time to do some thing,if not now than there is no new in Modi Govt. chor mor mosere bhai

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  2. What a great comment & analysis,it is the time to do some thing,if not now than there is no new in Modi Govt. chor mor mosere bhai

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