Monday 5 September 2016

// धत्त तेरे की !! .... वो कहाँ गई ?? ....//


जो 'केजरीवाल के मंत्री' थे - जिनका नाम संदीप कुमार है - और जो भक्तों के लिए लाभकारी हो चले थे - उनके विरुद्ध जिस महिला ने बलात्कार के आरोप लगा भक्तों को आह्लादित कर दिया था सुनते हैं वो महिला अंडरग्राउंड हो गई है .... और बकबोलों की घिग्घी बंध गई है ....

और उधर कल देर शाम न्यायालय ने मोदी-पुलिस की १४ दिनी रिमांड की डिमांड को भी ख़ारिज कर केवल १ दिन की रिमांड ही दी .... और फिर संदीप की पत्नी ने भी आकर पूरी घटना को राजनीतिक साज़िश करार दे दिया .... और ये सब मालूम पड़ते ही ३-४ दिन से गर्माए गुर्राए मीडिया में मय्यत जैसा माहौल हो गया .. सब कोल्ड ड्रिंक जैसे ठंडे पड़ गए - कुछ नशे के हालात जैसे - कि समझ ही नहीं पड़ी कि बेचारों के साथ ये सब क्या अनर्थ हो गया ....

यहां तक कि मदर टेरेसा को कवर करने रोम गई 'आज तक' की पत्रकार अंजना ओम कश्यप जो वहां से केजरीवाल को हुर्र हुर्र हुर्र कर रही थी - कह रही थी केजरीवाल उससे 'कतरा' कर बिना कोई बयान दिए भाग गए - वो एकाएक मदर टेरेसा के बारे में रिपोर्टिंग करने लगी .... यानि लगा की 'कतरा-कतरा' फूंक निकल गई - और इफरात में हवा निकल गई ....

धत्त तेरे की !! - ये देखते देखते क्या हो गया ?? .... अब क्या होगा ?? .. वो महिला नहीं मिली तो ?? .. मिली भी तो अपने बयान से पलट गई तो ?? .. नहीं भी पलटी और अपने बयानों के मकड़जाल में खुद फंस गई तो ?? .. यदि आरोप सही नहीं निकले तो ?? .. यदि आरोप सिद्ध नहीं हुए तो ?? .... या आरोपी संदीप महापुरुषों के समतुल्य निकल गए तो ?? ....

तो मालूम है क्या होगा ?? ....

भाड़ में गया वो मंत्री .. और मंत्री के नए-नए भक्त - और वो महिला ....
केजरीवाल तो पंजाब जीत ही जाएंगे ....

और अब पुरानी बकवास-बहस नित पुराने किरदारों के साथ चालू "है" गई है .... गाँधी नेहरू वाजपेयी सोनिया सिंधिया देबांग सिंघवी गौर धर्मेन्द्र तिवारी अमरमणि करूणानिधि गोविंदाचार्य निहालचंद .. .. .. .. .. .. .... 

और भाइयों और बहनों !! .... पता नहीं कब कौनसा नया किरदार आकर टीवी पर छाता / छाती है ....
थोड़ा सब्र रखें .... ये संस्कारी संसारी पार्टियों में विलक्षण प्रतिभा की कोई कमी नहीं है .... और ये उस ज़माने की प्रतिभाएं हैं जो ज़माना 'डिजिटल इंडिया' कहलाता है .. ऐसा डिजिटल इंडिया जिसके चौराहों पर लगे CC TV Camera तो मंद-बंद रहते हैं - पर ये किसी के भी बैडरूम में पहुँच चालू हो जाते हैं .. ज़ी जाते हैं - जी जाते हैं - जिओ हो जाते हैं .... समझे बुद्धू मियाँ !! ....

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