Saturday 17 September 2016

// मोदीजी क्या आप भी समझदार नहीं जो नासमझ जंग के भरोसे दिल्ली छोड़ दिए ?? ..//


आज मोदी जी का जन्मदिन था पर मैंने उन्हें शुभकामनाएं ना देनी थीं ना दीं .. कारण .. मेरी मर्ज़ी - मेरा दिमाग - मेरा दिल - मेरा विश्वास - मेरा आंकलन - मेरे तर्क .. आदि .. और नो कन्फ्यूज़न .... मुझे मोदी नापसंद - मैं मोदी से खफा भी हूँ ....

और खफा होने का कारण है कि कम से कम आज जब केजरीवाल दिल्ली में नहीं थे और मनीष सिसोदिया भी नहीं थे तो मोदी को दिल्ली में रुकना चाहिए था कि नहीं ?? .. क्योंकि दिल्ली में चिकनगुनिया डेंगू के कारण आपात स्थिति बनी हुई है .. और बाक़ी कोई समझदार दिल्ली में है नहीं .. इसलिए क्या आज ही अपना जन्मदिन मनाना जरूरी था क्या ?? .. अरे कल जब मनीष सिसोदिया दिल्ली पहुँच जाते - तब निकल जाते और मना लेते अपना जन्मदिन ....

और मैं कुछ गलत नहीं कह रहा - आप स्वयं देख लें कि मोदी की अनुपस्थिति में नजीब जंग तो सब कुछ गुड़ गोबर किये दे रहे हैं - सभी काम नासमझी से कर रहे हैं - क्योंकि स्पष्ट है कि उनमें वो समझ है ही नहीं जिसकी दरकार है .... और तो और मोदी आप इधर दिल्ली से निकले और उधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी दिल्ली से निकल भोपाल पहुँच गए और अपने ऊपर स्याही फिंकवा लिए .... छि: .... 

चलिए जो हुआ सो हुआ .... अब आगे से मैं आशा करता हूँ कि जब भी केजरीवाल दिल्ली से बाहर हों तो मोदी समझदारी का परिचय देते हुए नजीब जंग के भरोसे दिल्ली को नहीं छोड़ेंगे .... और यदि मोदी मुझे ऐसा आश्वासन दे दें - या उनकी तरफ से कोई भक्त भी दे दे - तो मैं उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं भी दे दूंगा .. क्या याद रखोगे किस दिलदार से पाला पड़ा था .... ठीक है !!

// मेरे 'fb page' का लिंक .... << https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl >> //

2 comments:

  1. yashodanandan sharma ‏@YashodanandanS 1h1 hour ago
    स्वाभाविक है,अधिकारो के साथ कर्तव्य बंधे है
    प्रशासन के अधिकार के साथ सभी प्रशासनिक
    कर्तव्य भी है https://twitter.com/Susmita_AAP/status/777116050479575040 …

    ReplyDelete
  2. Brijwasi ‏@brijjwasi 2h2 hours ago
    124करोड़ प्रजा/आमआदमीकी
    सहनशीलता गजबकी 😥😴😢

    1करोड़👇खासआदमी👇के👇प्रति😇😈
    (नेता+उद्योगपति+नौकरशाह+मीडिया=भ्रष्ट-नैक्सस) https://twitter.com/Trusted420/status/777095079357841408 …

    ReplyDelete