Monday 28 November 2016

/.. विश्व में ऐसी लोकतान्त्रिक सरकार कहीं नहीं होगी - जो राजाओं और तानाशाहों को भी लजा दे - लोकतंत्र के मायनों की धज्जियाँ उड़ा दे .. क्यों ?? .. क्योंकि साहेब और भक्त कहते हैं .. हमारी नीतियों पर कुछ ना बोलें - हमारी नीयत पर तो प्रश्न खड़े करना ही नहीं - हमारे गुंडों और दागियों पर लांछन नहीं लगाएं - हमारे नेताओं के चरित्र और ठाठ-बाठ पर कोई कटाक्ष ना हो - हमारे चंदों के बारे में कोई ना पूछे - हमारे कालेधन पर कोई बात ना हो - हमारे खर्चों पर कोई जलन ना हो - हमारे दोस्तों पर कोई आँच ना हो - और सावधान !! .. हमारे पर कोई केस ना हो .. हमारे कुकृत्यों पर कोई बात भी ना हो .... और अब तो हद्द हो गई !! .. खबरदार !! .. हमारा कोई विरोध तक ना हो - विपक्ष भी हमारा सहयोग करे - और जनता चूं-चपड़ भी ना करे .. क्यों ?? .. क्योंकि .. ७० साल में जो कुछ हुआ सब बेकार .. जो हमने किया बस वही कारगार .... और मैं सोच रहा हूँ कि ये मक्कार झकोरों का समूह है या सरकार ?? ..../


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