Friday 25 November 2016

/.. सावधान !! .. जो लोग आदरणीय डॉ मनमोहन सिंह को राज्यसभा में बोलने के बाद उनका उपहास करते हुए उन्हें "गूंगा" कह रहे हैं - ये वे "अक्ल के दिव्यांग" हैं जिन्हें यकीनन ये नहीं मालुम होगा कि आखिर मनमोहन सिंह ने बोला क्या ?? .. .. ऐसे दिव्यांगों को मेरी चेतावनी !! .. कृपया सचेत रहें .. जिन्होंने यह भी सुना समझा है कि मनमोहन सिंह जी ने बोला क्या है वो यह समझ चुके हैं कि - साहेब बहुत बोलते हैं भाई - बहुत ही बोलते हैं - पर सुनते किसी की नहीं .. .. और जो सुनते नहीं उन्हें "बहरा" कहा जाता है .. .. और मेरा विश्वास है कि "गूंगा" बिना बोले भी बहुत कुछ सार्थक कर गुजरने की क्षमता रखता है .. पर "बहरा" बिना कुछ सुने समझे हमेशा अनर्थ पटकने की संभावना को ढोते रहता है .... इसलिए "अक्ल के दिव्यांगों" को मेरी सलाह .. "गूंगे" की सुनो .. और "बहरे" को सुना दो कि - दिन फिरते देर लगे जरूरी नहीं .. कभी-कभी तो घंटो में ही दिन फिर जाते हैं ..../


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