एक तरफ तो अधिकाँश मोदी समर्थक बिना मुद्दे की बात किये बस मुझे सलाह हिदायत नसीहत
देते हुए कहते रहते हैं कि - मेरे द्वारा मोदी सरकार की आलोचना या निंदा नहीं करी जाय
- और पहले मोदी जी को समय दिया जाय - आदि इत्यादि ....
और कई भक्त (सामान्य समर्थक नहीं) इसमें के "घिसे-पिटे पॉपुलर डायलॉग्स"
देते रहते हैं जैसे कि - "हाथी चले अपनी चाल - कुत्ते भौंके हज़ार" - आदि
इत्यादि !!!!
मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि मैं कब से इतना महत्वपूर्ण और असरकारक हो गया हूँ कि मेरी आलोचना या निंदा करने से मोदी जी हताहत हो जाएंगे या हतोत्साहित हो जाएंगे या परेशान हो जाएंगे या विचलित हो जाएंगे या बुरा मान जाएंगे या दुखी हो जाएंगे ????
और क्या किसी को भी ऐसा गुमान हो गया है कि मैंने यानि ब्रह्म प्रकाश दुआ ने मोदी जी को 5 साल का समय दिया हुआ है और मैं वो समय वापस ले सकता हूँ या ले रहा हूँ या ले लूँगा ????
और क्या मोदी जी कोई छुइ-मुई हैं जो मैं हाथ लगाउँगा तो वो मुरझा जाएंगे ????
ईमानदारी से बताऊँ तो तथ्य ये है कि मैं तो एक आम आदमी हूँ और नाक की सीध अपनी ही चाल चल रहा हूँ - सही को सही और गलत को गलत कहते - बिना किसी लॉग-लपेट के - बिना किसी दंभ या गुमान के - बिना किसी बदनीयती से - बिना किसी भय लाभ या लालच के ..... और इसलिए मैं तो यह भी नहीं समझ पा रहा हूँ कि ये हाथी कौन है और कुत्ते कौन ????
मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि मैं कब से इतना महत्वपूर्ण और असरकारक हो गया हूँ कि मेरी आलोचना या निंदा करने से मोदी जी हताहत हो जाएंगे या हतोत्साहित हो जाएंगे या परेशान हो जाएंगे या विचलित हो जाएंगे या बुरा मान जाएंगे या दुखी हो जाएंगे ????
और क्या किसी को भी ऐसा गुमान हो गया है कि मैंने यानि ब्रह्म प्रकाश दुआ ने मोदी जी को 5 साल का समय दिया हुआ है और मैं वो समय वापस ले सकता हूँ या ले रहा हूँ या ले लूँगा ????
और क्या मोदी जी कोई छुइ-मुई हैं जो मैं हाथ लगाउँगा तो वो मुरझा जाएंगे ????
ईमानदारी से बताऊँ तो तथ्य ये है कि मैं तो एक आम आदमी हूँ और नाक की सीध अपनी ही चाल चल रहा हूँ - सही को सही और गलत को गलत कहते - बिना किसी लॉग-लपेट के - बिना किसी दंभ या गुमान के - बिना किसी बदनीयती से - बिना किसी भय लाभ या लालच के ..... और इसलिए मैं तो यह भी नहीं समझ पा रहा हूँ कि ये हाथी कौन है और कुत्ते कौन ????
No comments:
Post a Comment