Monday 27 October 2014

//// राजनीति में ईमानदार वही जिसका दांव न लगे ?? ////

मोदी जी जनता को समझा रहे हैं कि सब्र रखें - 5 महीने का वक़्त तो कुछ भी नहीं ....
और उधर उनके एक मंत्री की संपत्ति 5 महीने में ही दोगुनी हो गयी है - अन्य मंत्रियों की संपत्ति भी करोड़ों से बढ़ गयी है - और विगत 5 महीनों में किसी भी मंत्री की संपत्ति कम नहीं हुई है - कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों और सभी मंत्रियों और सांसदों और नेताओं के चेहरे मुस्करा रहे हैं और पेट फूल रहे हैं - पर गरीब अभी भी सिसक रहे हैं !!!!
और तो और मोदी जी ने कभी कोई धंधा नहीं किया कोई नौकरी नहीं की - कोई पैतृक संपत्ति नहीं - पूरी दुनिया घूमें और खूब खर्च किया होगा - धार्मिक प्रवृत्ति और मंदिरों में आस्था के रहते चढ़ावा दान आदि भी देते होंगे - गरीबों के प्रति दया भाव और सहानुभूति के रहते सहायता भी करते रहते होंगे - स्वाभिमानी होने के कारण किसी से आर्थिक सहायता भी तो नहीं लेते होंगे - खान पान उत्तम - पहनावा भी उत्तम - और फिर भी उनकी संपत्ति 1 करोड़ के ऊपर ????
अतः मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि क्या इसलिय ही वो कह रहे हैं कि 5 महीने की अवधि तो कुछ भी नहीं है - इस बार हक़ का दांव लंबा लगा है - पूरे 5 साल तो रुको ??
या मैं ठीक समझ पा रहा हूँ कि राजनीति में ईमानदार वही जिसका दांव न लगे ????

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