Monday 20 October 2014

//// अन्ना का आंदोलन - जनलोकपाल जैसा हश्र तो नहीं करेंगे ? ////

सुना है अन्ना हज़ारे कालाधन खाता धारकों के नाम उजागर करने हेतु मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन करने जा रहे हैं ....
स्वागत है .... यदि किरण बेदी, पूर्व जन. वी.के. सिंह, बिन्नी, स्वामी अग्निवेश, ममता बनर्जी और रामदेव बाबा, जैसी महान हस्तियां इस आंदोलम में हिस्सा लेती हैं तो मैं मानूंगा की ये सब नौटंकी कर रहे हैं .... अन्यथा मानूंगा कि अन्ना आंदोलन कर रहे हैं !!!!
लेकिन यदि नौटंकी भी अच्छी हो और अच्छे मकसद के लिए हो तो भी स्वागत करना और यथायोग्य समर्थन करना तो बनता है !!!!
इसलिए अब किरण बेदी आदि अन्य हस्तियों की भी परीक्षा होगी कि वो समर्थन करते हैं या नहीं ??
पर बेहतर होगा कि अन्ना पहले से घोषित कर दें कि कितने नामों की घोषणा से वे संतुष्ट हो जाएंगे - कहीं जनलोकपाल जैसा हश्र तो नहीं होने देंगे कि जोकपाल से ही संतुष्ट हो गए - यानी सुविधानुसार 10-20 नाम ही घोषित हों और अन्नाजी बोले ये लो - शुरुआत तो हो गयी - मेरा विरोध किसी भी पक्ष और पार्टी से नहीं था - पर सारे नाम सभी पक्ष और पार्टी वालों के आ रहे हैं - तो अब काहे का आंदोलन - चलो अब खाओ पियो मस्त रहो !!!!
अब अगला आंदोलन सन 2018 के अंत में "राइट टू रिकॉल" के लिए करेंगे !?!?

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