अभी-अभी आज तक पर राजदीप सरदेसाई द्वारा लिया गया केजरीवाल का इंटरव्यू देखा ....
लगभग सभी प्रश्नो पर १ घंटे से भी ज्यादा चले इंटरव्यू में केजरीवाल ने बेबाकी से अपनी बात रखी ....
मन प्रसन्न हो गया .... इसलिए प्रतिक्रिया में आज केवल छोटी सी 'मन की बात' ....
मुझे आज यकीन हो गया कि सक्षम केजरीवाल ज़रूर एक दिन इस देश के प्रधानमंत्री बनेंगे .... और वो दिन अब दूर भी नहीं है ....
मन की गहराइयों से बाहर आकर भी यदि मुझे मेरी बात के समर्थन में दलील देनी आवश्यक हो - तो कहूँगा - किसने सोचा था कि भारतीय राजनीति में अरविन्द केजरीवाल जैसा व्यक्ति इतनी जल्दी इतनी ऊंचाइ प्राप्त कर लेगा ?? .. शायद सबने ऐसा सोचा ना होगा - पर कुछ ने अवश्य इसकी कल्पना कर ली थी - और उनमें मैं भी सम्मिलित था .... इसलिए आज विश्वास के साथ कह सकता हूँ कि मेरे 'मन की बात' मेरे 'दिमाग की बात' भी है .... और मैं वो फ़ड़तूस भी नहीं जो बिना दिमाग केवल 'मन की बात' करता रहे .... !!!! धन्यवाद !!!!
We used to use this word "फ़ड़तूस" a lot in childhood times :D he he
ReplyDeleteAshutosh Mishra
ReplyDelete@ashu3page
Delhi govt today offers assistant manager, DSIIDC legal cell to sister of journalist Akshay Singh who died in MP while investigating Vyapam
इसे कहते हैं काम करना, बाकि तो सारी जुमलेबाजी है, चाहे शहीद पुलिसवाले के घर एक करोड़ पहुँचाना हो या किसी को नौकरी देना, इन बातों को हम ड्राइंग रूम में बैठे कुछ बौद्धिक लोग सही ठहराएंगे और कुछ गलत और सबके अपने अपने तर्क होंगे लेकिन जब आदमी मुसीबत में होता है तो उसे ज्ञान नहीं अपनी मुसीबत से निकलने के लिये एक सहारा चाहिये होता है और जो डूबते के लिये तिनके का सहारा बनता है हमें ऐसे नेता और ऐसी राजनीति ही चाहिये