Friday 3 July 2015

//// ताजमहल छोटा पड़ने लगे तो आगरा में लाल किला भी है ....////


बहुत दिनों से गुमसुम खोए-खोए क्षुब्ध मौन मोदी जी कल कुछ हटकर बोले - " मेरे बारे में इतने भद्दे शब्द लिखे जाते हैं, कि उन सभी को छपवा दिया जाए, तो उन कागज़ों से पूरा का पूरा ताजमहल ही ढक जाए " ....

अब बात तो निहायत बचकाना और बेतुकी है .... क्योंकि भद्दे शब्दों को कौन और क्यों छपवाएगा और फिर छपे कागज़ों से ताजमहल को कोई क्यों ढकेगा ?? .. प्रथम दृष्टया तो यही पक्का होता है कि ऐसी बातें बोलने वाला अपना मानसिक संतुलन खो ही बैठा होगा !!!!

पर मैं इसे ज़रा अलग तरह से भी देखता हूँ - पहली बार मोदी जी ने मार्के की सत्य बात कही है - क्योंकि वाकई भद्दे अपशब्दों की तो भरमार लग पड़ी है ....
और क्योंकि आपकी करनी ही ऐसी रही है तो ऐसा होना स्वाभाविक भी था !!!!

पर जो हुआ सो हुआ .... लेकिन अब जो हो रहा है या होने जा रहा है उसके बाद तो मुझे लगता है अपशब्दों की भरमार तो छोड़ अब तो बाढ़ आने वाली है .... मसलन आपके द्वारा दूसरों को अपशब्द कहे जाने के बाद यदि आप भी अति महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दों पर मौन रहोगे तो आपके लिए भी तो लोग भद्दे अपशब्द कहेंगे ही .... अब ऐसा तो नहीं होगा ना कि लोग आपकी तारीफ करें कि मान गए मोदी जी को - क्या शालीनता से मौन धारण किया है .... दूसरों को नैतिकता का पाठ सिखाने वाले यदि आप स्वयं अनैतिकता का पक्ष लोगे तो लोग अनैतिक भाषा तो बालेंगे ही .... ऐसा तो नहीं होगा कि आप और आपके सांसद लोगों को हरामज़ादे प्रेस्टीट्यूट  भगोड़ा पाकिस्तानी एजेंट तक कह सबका उपहास करोगे और लोग आपको माननीय आदरणीय महोदय ही बोलते रहेंगें .... ऐसा तो नहीं होगा ना कि आप भुख्खड़ बेशर्मों जैसे कैंटीन में लगभग मुफ्त का भोजन करते रहोगे और आपके फोन पानी बिजली यात्रा के समस्त खर्चे हम भुगतेंगे और फिर भी आप अपने वेतन दोगुने करने की बात सोचोगे और आप गालियां नहीं खाओगे .... ऐसा तो नहीं होगा ना कि आप खुद तो मोटा वेतन और ताजिंदगी मोटी पेंशन लोगे पर वादाखिलाफी कर हमारे बुजुर्ग फौजियों को पेंशन के अधिकार के लिए भी तड़पा मारोगे और आपको कोई बद्दुआ तक नहीं देगा .... ऐसा तो नहीं होगा ना कि हम श्रीनगर में पाकिस्तानी झंडा फहरता देख भक्तों की तरह कहेंगे - मोदी ! मोदी !! मोदी !!! .. नमो ! नमो !! नमो !!!

मोदी जी आपके प्रति कोई अन्य अपशब्द कहे या न कहे कम से कम मैं तो जरूर कहूँगा कि आप तो इस देश के सबसे बेकार प्रधानमंत्री निकले .... आप केवल बोलते हो करते कुछ नहीं .... आपकी नीयत ही साफ़ नहीं है .... आपमें कुछ सफल करने की क़ाबलियत भी नहीं है .... आप स्वयं धर्मनिरपेक्षता की बात तो करते हो पर साम्प्रदायिकता को बढ़ावा देते ही दिखते हो .... आप विपक्षियों को तो चोर उचक्का कहते हो पर अपनी पार्टी के एक भी भ्रष्टाचारी और अपराधी तक पर कार्यवाही करने से डरते हो - तब आपको अपनी कुर्सी दिखाई पड़ने लगती है .... आप राजनीति तो करते हो - पर देश के लिए नहीं अपने लिए - गंदी ओछी राजनीति ....

सॉरी मोदी जी सॉरी !! अब इतना तो सुनना ही पड़ेगा - मैं भी बेबस हूँ .... आगे बस इतना ही कह सकता हूँ कि यदि ताजमहल छोटा पड़ने लगे तो आगरा में लाल किला भी है .... मेरा एक-एक शब्द छपवा के उसे भी ढकवा दीजियेगा !!!! धन्यवाद !!!!

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