Thursday 2 July 2015

//// 'जय ललित' - या - 'जयललिता' ?? ....////


क्या बेटा ललित !! .. इतना उतावलापन - इतनी बकवास - इतनी धौंस-दपट - इतनी भागमभाग - इतनी हैरानी-परेशानी - इतना लेन देन ?? .... कितने पापड बेल रहे हो बेटा - कितना खर्च कर रहे हो - आसमान सर पर उठा लिया - आसमानी सुल्तानियों को धूल चटा रहे हो - अपनी जात वालों से ही उलझ रहे हो - फ़ोकट में इतना लफड़ा - इतना होहल्ला इतना हंगामा - और तुम सोच रहे हो दुनिया बोलेगी - "जय ललित" ????

नहीं बेटा नहीं !! ऐसा नहीं करते - ऐसा नहीं होता - बेहतर होता तुमने कुछ सीखा होता 'अम्मा' से - 'जयललिता' से ....

अब देखो बेटा !! तुम पर तो केवल आरोप लगे थे वो भी छोटे मोटे - १५-१६ आरोप - जो आजकल हर टुच्चे गरीब अरबपति पर एन-केन-प्रकारेण लगते ही हैं .... और बड़ी आसानी सहजता से निपटा लिए जाते हैं - सौ गलियाँ होती हैं दर्जनों गलियारे होते हैं - हजार तरीके होते हैं .... अपने यहाँ तो इतनी शानदार न्यायिक व्यवथाएं हैं जो टुच्चे अरबपतियों के हिसाब से ही तो बनी हैं - इतने ढेर सारे वकील और वकीलों के न्यायाधीश और न्यायाधीशों के न्यायालय .... सहजता से न्याय प्राप्त कर लेते ....

देखो न जयललिता को - तुम पर तो आरोप लगे थे - पर अम्मा पर तो आरोप क्या बाकायदा मुकद्दमा चिपक गया था - और सजा तक हो गई थी - जेल भी हो गई थी .... पर क्या वो चिल्लाई झल्लाई घबराई ?? नहीं ना !! .. हमेशा 'कूल & कॉम' की "शांती" देवी - चन्द्रमा जैसे चेहरे पर प्यारी सी मुस्कराहट ....

और कैसे बरी हुई ? .... बस ध्येय था कमाई को १०% से कम बताना .... सो बता दिया .... १० बार १० की कमाई हुई .... १० x १० = १०० .... पर १ पर संदेह इसलिए = ९० .... कमाई २ प्रकार की - इसलिए ९० / २ = ४५ .... क्योंकि १० बार हुई इसलिए = ४५ / १० = ४.५ .... और क्योंकि २ प्रकार की इसलिए ४.५ + ४.५ = ९.०००० ....
बस यानी ९% केवल ९% यानी १०% से बहुत कम ....
इसलिए बरी ! बरी !! बरी !!!!

इसलिए कहता हूँ बेटा ललित !!  "जय ललित"  नहीं  - "जयललिता" !!!!

लेकिन फिर सोचता हूँ कि इस देश को 'अम्मा जयललिता' ने क्या दिया ?? कुछ नहीं - उनके कारण एक चूहा भी तो अंदर नहीं गया ....
पर ललित बेटा वो काम कर रहा है कि कई शेर थरथरा रहे हैं और चूहों में भगदड़ मची है .... इसलिए दिल फिर डांवाडोल होकर कहता है .... 'जयललिता' कदापि नहीं - 'जय-ललित' चलेगा !!!!

जियो बेटा जियो !! ललित बेटा जियो - और जो कर रहे हो करते रहो .... बेटा रुकना नहीं - घबराना नहीं - मेरा आशीर्वाद तो बस तुम्हारे ही साथ है - और सही बताऊँ .... अब तो तुम से ही आस है !!!!

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