Saturday 17 October 2015

// नितीश सही बोले - मोदी जी अच्छे दिन की छोड़ो पुराने दिन ही लौटा दो !! ..//


और आज नितीश कुमार ने मेरे मन की बात कह दी ....
मोदी जी अच्छे दिन की छोडो - पुराने दिन ही लौटा दो !!!!

मुझे यह बात इसलिए जँच गई क्योंकि ....

महंगाई की मामले में यह सरकार दयनीय साबित हो चुकी है - इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है .... दालों के दाम - और हर ज़रुरत की चीज़ों के बढे और बढ़ते दाम ....

सामाजिक मामलों पर यह सरकार दयनीय साबित हो चुकी है - इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है दादरी जैसी घटना - और समाज में धर्म के नाम पर वैमनस्य का फैलाया जाना ....

कानूनी मामलों पर यह सरकार दयनीय साबित हो चुकी है - इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है - सुप्रीम कोर्ट द्वारा 'NJAC' को असंवैधानिक करार देना .... और आज तक एक भ्रष्टाचारी के विरुद्ध कोई कार्यवाही का ना होना - 'जीजाजी' से डर जाना - और ललित मोदी का मानवीय आधार पर ऐश करते रहना ....

संसदीय मामलों पर यह सरकार दयनीय साबित हो चुकी है - इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है - संसद ठप्प रहना और भूमि अधिग्रहण बिल का वापस लेना - और GST बिल का पास ना करवा पाना ....

विदेशी मामलों में यह सरकार दयनीय साबित हो चुकी है - इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है - पाकिस्तान का स्वछंद बर्ताव और नेपाल जैसे मित्र देश का हमसे मोहभंग .... तथा अन्य देशों के बेवकूफ बनाने वाले वादों के बाद निरंक सा निवेश ....

अनुशासन और प्रशासन के मामलों में भी यह सरकार दयनीय साबित हो चुकी है - इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है - ना तो कोई अनुशासन में है ना कोई प्रशासन दे पा रहा है .... और तो और मोदी की तो कोई सुन ही नहीं रहा .... सब गाली गलौज कर स्वयं की छवि बिगाड़ने में ही व्यस्त हैं ....

और तो और .....

"बड़बोली" के मामलों में भी यह सरकार दयनीय साबित हो चुकी है - इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है - लालू के मुकाबले मोदी का फीका पड़ना .... लालू के मोदी की नक़ल वाले वीडिओ ज्यादा चल रहे हैं - मोदी के ओरिजिनल कोई भी नहीं देख पसंद कर रहा है ....

और अब तो "रैली" के मामले में भी मोदी हंसी के पात्र बन रहे हैं - पहले दंभ भर रहे थे कि ढेर रैलियां कर बिहार जितवा दूंगा - पर अब रैली करने में डर हिचक रहे हैं ....

और तो और अब तो कला और क्रिकेट के क्षेत्र में भी जगहंसाई हो रही है - ठाकरे बोले थे गुलाम को गाने नहीं दूंगा - और हार्दिक बोले हैं मोदी के गुजरात में मैच नहीं होने दूंगा .... और भले ही कालिख से पोता गया हो कुलकर्णी का चेहरा - पर मुँह तो काला सरकार का ही हो गया ....  

इसलिए नितीश ने सही कहा - मोदी जी पुराने दिन लौटा दो ....
और केजरीवाल भी सही बोले - बिहार चुनाव में मोदी हार रहे हैं और नितीश जीत रहे हैं ....

और मैं भी कुछ ऐसा ही कह रहा हूँ .... मोदी जी !! बस बहुत हुआ - इस देश को बख्श दो - पुराने दिन लौटा दो - बस !! .... चाहे तो चाय का ठेला फिर लगा लो !! .... हमें कोई आपत्ति नहीं !!!!

1 comment:

  1. फेल का पर्याय मोदी व मोदी का पर्याय फेल मानना उचित।

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