भाजपा पार्टी वाले नरेंद्र मोदी की बिहार में कल ४ चुनावी रैलियां हो गईं पर अब भी १३ रैलियां शेष हैं .... और लगता है इसके बाद मोदी जी प्रधानमंत्री के रूप में वापसी करेंगे और विदेश रवाना होंगे ....
सबको याद होगा कि दिल्ली के चुनाव में भी मोदी ने कुछ ऐसा ही किया था - अपने आप को अकेले झोंक दिया था - सभी स्थानीय नेताओं को इधर उधर कर स्वयं ही नायक के अंदाज़ में रैलियां करी थीं - और प्रधानमंत्री की साख भी दांव पर लगा अंततः उसकी वाट लगा दी थी ....
और जो कुछ भी कहा था किया था वो इतना घटिया स्तर का था कि परिणाम आए थे - ३ / ७० ....
और मुझे याद है कि तब सकपकाए भाजपाई खिसियाते हुए कहे थे कि दिल्ली की हार की विवेचना होगी - और देखा जाएगा कि हार की जवाबदारी किसकी बनती है .... और मेरी समझ अनुसार तो विवेचना हुई होगी और हार के जवाबदार जानदार मोदी ही निकले होंगे क्योंकि यदि कोई और मरियल निकला होता तो बात सार्वजनिक हो गई होती ....
अतः मुझे पूरा भरोसा है कि इस बार भी भाजपा की बिहार हार की विवेचना होगी .... और इस बार तो कोई 'किरण बेदी' भी ना होने के कारण यही तथ्य सामने आएगा की हार के जवाबदार जानदार मोदी ही हैं - नरेंद्र मोदी ....
पर दिल्ली से भिन्न मुझे लगता है कि हार का ठीकरा इस बार मरियल मोदी पर फोड़ा जाएगा - जी हाँ सुशील मोदी पर .... और ठीक भी है .... हर बार जानदार नरेंद्र मोदी ही क्यों - इस बार सुशील मोदी क्यों नहीं ?? और अगली बार जानदार शानदार ललित मोदी क्यों नहीं ??
और जो मेरी बात से सहमत ना हो तो मैं उसे चुनौती देता हूँ कि आज लिख दे कि बिहार हार के जवाबदार घोषित रूप से नरेंद्र मोदी ही होंगे .... है किसी जानदार में इतनी हिम्मत ????
Sir
ReplyDeleteइतना कन्फर्म मत होईये
क्रिकेट और राजनीति संभावनाओं का खेल है कुछ भी हो सकता है
इतना कन्फर्म तो नीतीश लालू भी नहीं होंगे