Thursday 8 October 2015

// वो शैतानियत पर भी बोले तो शैतानी से ही बोले ....//


केंद्रीय मंत्री श्री महेश शर्मा ने आज वही दोहराया जो भाजपा के प्रवक्ता और नेता टेका लगाते रहे हैं कि - प्रधानमंत्री हर मुद्दे पर बोलें ये आवश्यक नहीं ....

मेरी प्रतिक्रिया ....

सही फरमाया !! .. प्रधानमंत्री हर विषय पर बोलें बिलकुल भी आवश्यक नहीं .... पर ऐतराज़ तो होगा यदि वो हर मुद्दे पर बोलने लगें .... केवल कुछ एक मुद्दों को छोड़ कर .... जिसमें ही उनका बोलना आवश्यक है / था ....

मसलन - वो दादरी में पैवस्त शैतानों के बारे में नहीं बोले - वो जम्मू कश्मीर की विधानसभा में घुसे पीटने वाले शैतानों के बारे में नहीं बोलेंगे - पर अभी-अभी बिहार की मुंगेर रैली से मोदी जी लालू में जबरन घुसेड़े गए शैतान के बारे में बोल रहे थे .... यानि शैतानियत पर भी बोले तो शैतानी से ही बोले !!!!  

खैर मैं भी यही आशा करूंगा कि मोदी जी अब पार्टीजनों की भावनाओं का आदर करते हुए अनावश्यक ही हर मुद्दे पर बोलना बंद करें .... आवश्यक मुद्दे पर भी ना बोलें तो चलेगा .... पर जनाब !! आवश्यक काम भी तो करें .... ६० महीने के कुल मिले समय में से १७ महीन बीत चुके हैं .... और अभी तक केवल यही बोला जा रहा है कि - क्या बोले / बोलें ?? क्या ना बोले / बोलें ?? क्यों बोले / बोलें ?? क्यों नहीं बोले / बोलें ???? ....

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