Saturday 6 September 2014

//// सांसदों तुम्हारी इज्जत का सवाल है - मत चूकना - मुंह तोड़ जवाब देना ////

//// सांसदों तुम्हारी इज्जत का सवाल है - मत चूकना - मुंह तोड़ जवाब देना ////
"गुटकू" वेद प्रताप वैदिक बौखलाए बौखलाए कुछ यूं विलाप कर रहे थे कि - सारे सांसद पागल हैं और वो सभी 543 सांसदों पर थूंक देंगे - आदि !!!!
कुछ अजीब सा सुकून महसूस हुआ ..... इसलिए कि अव्वल तो लगा की बाबा रामदेव का ये पिट्ठू कुछ दुखी है पगला सा गया है .... और दूसरे कि ये जो सबको पागल बता रहा है, थूकने कि बात कर रहा है, वो बात भी कहाँ अखरी - बल्कि वो भी कुछ गुदगुदा ही गयी !!!!
वैसे भी मैं हमेशा से मानता हूँ कि सज्जन के लिए वो क्षण ही सबसे श्रेयस्कर होते हैं जब दुर्जन आपस में भिड़ जाएं गुथमगुत्था हो जाएँ .... आशा है अब दूसरी तरफ से भी कुछ ऐसी ही प्रतिक्रिया आये .... आमीन !!!!

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