Tuesday 16 September 2014

//// गूंगी सरकार - मरणासन्न विपक्ष - बस हम बचे हैं बोलने के लिए ////

//// गूंगी सरकार - मरणासन्न विपक्ष - बस हम बचे हैं बोलने के लिए ////
केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि - "गंगा की सफाई पर मुझसे कई प्रश्न पूछे जाते हैं ! लेकिन मैं कुछ भी नहीं कहने वाली ! मेरा भरोसा काम पर है ! मैं तीन साल में गंगा को निरंतर और पवित्र बनाने जा रही हूँ !"
प्रधानमंत्री स्वयं मौन हैं मनमोहन से भी ज्यादा मौन - लगता है उनका भरोसा सबका 'काम लगाने' पर है या सबको 'काम पर लगाने का' अतः उन्होंने अपने सभी मंत्रियों को अपना अपना रिपोर्ट कार्ड मीडिया के सामने प्रस्तुत करने का 'टास्क' दे दिया और खुद सुविधानुसार हो गए चुप - पर ज्यादातर मंत्री अपने 'टास्क मास्टर' की बात तक नहीं माने और मीडिया के सामने नहीं आये - गृहमंत्री जरा विलम्ब से लजाते शरमाते सकुचाते से आये और पटक गए कि उन्हें तो कुछ अता पता नहीं हैं - दुसरे कुछ एक मंत्री भी आये पर उन्होंने भी शायद ही कोई काम किया हो जो बखान करते, तो बस इधर उधर कि कह चलते बने - और अब जल संसाधन और गंगा पुनरुद्धार मंत्री उमा भारती ने सीधे सीधे फरमा दिया 3 साल तक किसी प्रश्न का जवाब नहीं देंगी !!!!
वाह क्या टोली है - भानमती का पिटारा दिखता है - सब एक से बढ़ कर एक नायाब नगीने !!!!
और उधर विपक्ष ना के बराबर और मरणासन्न - इसलिए कोई हो हल्ला नहीं कोई प्रश्न नहीं कोई चैलेंज नहीं कोई विरोध नहीं कोई जवाबदारी नहीं - यानी सब दूर सन्नाटा .... और हाँ हिम्मत भी नहीं क्योंकि भ्रष्टाचार करके जो बैठे हैं !!!!
अब तो इस लोकतंत्र में विपक्ष कि भूमिका का निर्वहन करने के लिए भी बस हम जैसे लोग ही बचे हैं जो थोड़ा बहुत विपक्ष होने का अहसास भर करा सकेंगे ....
अतः मेरा भक्तों से निवेदन है कि अब जब मोदी सरकार को कोई हिला नहीं सकता और उसको कोई खतरा नहीं है - और आप लोग उनकी किसी भी बात को गलत कहने की मानसिक स्थिति में नहीं हो - इसलिए अब आप लोकहित में 3 साल के लिए विलुप्त हो जाओ और हमें कम से कम विपक्ष की ही भूमिका निभाने दो .... या फिर ठीक है गूंगी सरकार की तरफ से आप ही कुछ तो भी बोलते रहो - साथ साथ में हमें गालियाँ भी देते रहो - और करते रहो मोदी जी की सेवा ....

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