Sunday 21 September 2014

//// बुखारी साहेब - सर्टिफिकेट से परहेज़ क्यों ? ////

//// बुखारी साहेब - सर्टिफिकेट से परहेज़ क्यों ? ////
जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी साहब ने कहा - इंडियन मुस्लिम् देशभक्त हैं उन्हें किसी के सर्टिफिकेट की ज़रुरत नहीं !!!!
बुखारी साहेब इतनी तल्खी क्यों ? सर्टिफिकेट की ज़रुरत क्यों नहीं ? क्या ये तथाकथित सर्टिफिकेट आपको या मुसलमानों को नुकसान देने वाला है - किसी को काट लेगा ? .... अरे जनाब किसी साधारण व्यक्ति ने नहीं बल्कि देश के प्रधानमंत्री ने यदि भारतीय मुसलमानों की तारीफ में कुछ वाजिब कहा है - और मान भी लें कि पहली बार कहा है - तो आपको बुरा क्यों लग रहा है - आपको आपत्ति क्यों होनी चाहिए ? .... बल्कि आपको तो खुश होना लाज़मी था - आँखों से ख़ुशी झलकनी चाहिए थी - और मोदी जी के बयान का स्वागत होना था .... आपको भी बढ़ कर कहना था कि हमेशा की तरह आगे भी सब मिलजुलकर ही देश के लिए जिएंगे और देश के लिए मरेंगे !!!! कल्पना करें क्या खुशगवार आलम होता !!!!
पर लगता है कि आपकी फितरत में ये सब नहीं हैं .... आप नहीं चाहते कि कोई अमन और भाईचारे की बात हो और आगे बढ़े, नहीं तो आपकी दुकान तो बंद हो जायेगी - आप तो अब ये चाहते होंगे कि बवाल और बढे ..... अब सामने से योगी जी बोलें - तुम्हे सर्टिफिकेट दिया ही किसने था ? - फिर आप जवाब दें - सर्टिफिकेट देने की तुम्हारी औकात भी नहीं है - फिर योगी जी बोलें - तुम अपनी औकात पहचानों .... और बस फिर क्या है आप दोनों आ जाओगे अपनी अपनी औकात पे - और लड़वा दोगे दोनों हिन्दू मुसलमानों को !!!! दो चार मर जाएंगे जिन्हे आप शहीद बोल इनायत फरमा देंगे - और सैंकड़ों अपने ज़ख्म सहलाते ताज़िंदगी कोर्ट कचहरी में लगे रहेंगे !!!!
बुखारी साहेब आपको बताना चाहूंगा कि समय बहुत बदल चुका है .... आपने देखा होगा कि योगी आदित्यनाथ ने जब साम्प्रदायिकता और लोगों को भड़काने लड़ाने की बातें कहीं तो हिन्दुओं सहित बहुत लोगों ने खुल कर उनकी निंदा की - ऐसी घोर निंदा कि आज वो अपने बिल में छुपने और शांत होने को मजबूर हो गए हैं ..... अब हमारे मुस्लिम भाई भी बहुत ऊपर उठ ज़हीन हो गए है - पढ़ लिख गए हैं - वो भी अमनपसंद हैं और विकास चाहते हैं - अब वो भी आपकी फ़िरकापरस्त बातों से इत्तेफ़ाक़ नहीं रखने वाले !!!!
इसलिए ज़रा गौर फरमाएं कि नौबत कहीं यहाँ तक न हो आये कि आपको और योगी जी को मस्जिद मंदिर की दीवारों से बाहर गांव की सरहद पर खँडहर की दीवारों के पीछे छिपकर एक दूसरे के गले लग एक दूसरे के आंसूं न पोंछने पड़ जाएँ .... ज़रा संभल के !!!!
अतः जनाब मेरी आप से दरख्वास्त है कि भारत के प्रधानमंत्री द्वारा जो एक वाजिब और सच बात मेरे भारतीय मुसलमानों के लिए कही है उसे स्वयं ही लिखवा फोटोफ्रेम में जड़वा सर्टिफिकेट की तरह कम से कम अपने घर और कार्यालय में ज़रूर लगवा लें .... इससे आपको आगे प्यार मोहब्बत से बोलने की प्रेरणा मिलती रहेगी !!!!
और अंत में मैं मेरी पूरी मुस्लिम बिरादरी से भी दरख्वास्त करना चाहूंगा की जिस तरह कुछ हिन्दू खुल कर लव-जिहाद और योगी आदित्यनाथ आदि के खिलाफ बोले वैसे ही वे भी यदि मुस्लिम नेताओं के गलत बयानों की निंदा करेंग तो ये देशहित में और अमन चैन भाईचारे के हित में एक क़ाबिले तारीफ कदम होगा !!!!
आइये हम सब मिलकर अपने देश को साम्प्रदायिकता के रास्ते से अलग विकास के रास्ते पर ले जाने का प्रयास करें - धन्यवाद !!!!

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