Wednesday 10 February 2016

// शत्रु ने लालू को गले लगाया .... पवित्र पापी सदमे में ....//


और आज फिर भक्तों को सदमा देने वाली एक और खबर आ गई ....

बिहार के पटना साहिब संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा मंगलवार को पटना हवाई अड्डे पर लालू के साथ गर्मजोशी के साथ मिले ....

वही लालू जिससे बिहार जीत के जश्न के मौके पर केजरीवाल गले लग मिल लिए थे .... और हार से खिसियाए भाजपाइयों के पेट की गालियां गले गले आ गई थीं .... भाई लोगों ने लालू को भ्रष्टाचार का प्रतीक बता उन्हें राजनीतिक अछूत घोषित कर केजरीवाल को निशाने पर लिया था .... और भक्तों का विलाप जारी था ....

पर जब से कई भाजपाई पवित्र पापियों की तस्वीरें भी लालू या आसाराम के साथ फैलाई गई थीं - और फिर जब से मोदी शरीफ से गले मिले थे - तब से वो विलाप थम गया था .... भक्त कहने लगे थे - ये तो सब चलता है - राजनीति में अब इतना तो जरूरी हो जाता है ....

पर अब शत्रुघ्न सिन्हा भी उसी से मिल लिए जिससे केजरीवाल - यानि लालू से - तो मुझे लगता है भक्तों को सदमा लगा ही होगा .... और मुझे लगता है कि उनको सदमे से अब तब ही निजात मिलेगी जब शत्रुघ्न सिन्हा को पार्टी से निकाला जाएगा .... पर ऐसा हो नहीं सकता - क्योंकि होना होता तो कब का हो गया होता - औकात होती तो डेरिंग डैशिंग डायनामिक नेतृत्व ने शत्रु को कब का निकाल दिया होता - या खामोश तो कर ही दिया होता ....

इसलिए ज्यादा आसान होगा कि पवित्र पापियों द्वारा लालू को ही अब भ्रष्टाचारी के तमगे से मुक्त कर दिया जाए .... और कह दिया जाए कि लालू ने किया ही क्या था - गाय का चारा ही तो खाया था - और गाय हमारी माता - तो लालू ने अपनी माता का ही चारा खाया था ना - हक हलाल का ही खाया था ना - किसी के बाप का तो कुछ नहीं खाया था ....

वाह शत्रु भाई मान गए .... आज तो आपने लालू को गले लगा उन्हें पवित्र बनवा दिया .... इसलिए ही तो लालू ने भी शत्रु की तारीफ में कहा - "कमाल है अकेले लाठी से पूरी भाजपा वाले को खदेड़े हुए हैं" ....

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1 comment:

  1. शत्रु-लालू-नीतीश गलबहियां करे तो इसमें बुरा मानने वाली बात नहीं है? तीनो एक ही प्रदेश के है जिस राज्य की राजधानी में नीतीश राजा है उसी राजधानी के एक मात्र सांसद शत्रु है। शत्रु को गले नहीं लगाया गया बल्कि ये कहा जाये की लालू-नीतीश बीजेपी को गले लगाया। वरना नीतीश मोदी से मिलने दिल्ली क्यू जाते? हर बार निशाना सही नहीं लगता... सही लग जाता है।

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