मैं देख रहा हूँ कि ज़ाकिर नाईक को अब खंगाला जा रहा है .. बकौल मीडिया और सरकारी बयानों के - काफी लोग और एजेंसियां इस काम में लगाईं गई हैं कि देखो ज़ाकिर नाईक के पिछले कई वर्षों में दिए गए सैकड़ों हज़ारों तकरीरों में कुछ तो ऐसा ढूँढो जो आपत्तिजनक हो या फिर ठहराया जा सके .... और बिल्कुल स्पष्ट कर दूँ कि - मुझे इसमें कोई भी आपत्ति नहीं और ना किसी को भी होनी चाहिए .... क्योंकि कानून और देश से बड़ा कोई नहीं ....
पर समय बहुत निकल गया .... अब तक सामने तो कुछ आया नहीं .. और ना ही ज़ाकिर नाईक के विरुद्ध कोई कार्यवाही ही हुई .. और कार्यवाही तो दूर - यहाँ तक कि अब तक उनके विरुद्ध कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज होने की बात भी सामने नहीं आई ....
इस परिप्रेक्ष्य में मुझे एक बात तो समझ आती है कि ज़ाकिर नाईक निश्चित ही अभिजीत या योगी या तोगड़िया या ओवैसी या आजम खान या खेर या रामदेव जैसे बयानवीरों या अन्य बड़े बड़बोले नेताओं जैसे दोयम दर्जे के नहीं है .... और निश्चित ही वो एक स्कॉलर ही हैं - जिन्हें लाखों लोग लगातार सुनते आ रहे हैं .... तथा हो सकता है कि १०-१२ वर्षों तक हज़्ज़ारों घंटे बोलते हुए कभी कभार उनसे गलत बात भी कहने में आई हो - या उनके कुछ विचार भी गलत ही हों - क्योंकि आखिर तो वो भी कोई खुदा नहीं .... पर वो गलत बातें भी कानूनी रूप से सजा योग्य ही हों ऐसा भी लगता तो नहीं ....
और हाँ यदि ज़ाकिर नाईक के अपराध वित्तीय संबंधित हों तो भी मैं उसे इस वृहद परिप्रेक्ष्य के बाहर ही देखूँगा - क्योंकि तब तो मुझे उनकी तुलना विजय माल्या या शीला या खड़से या अमिताभ या आसाराम से भी करनी होगी ....
और निश्चित रूप से ये बात भी दीगर ही है कि उनकी बातें किस को सही लगीं या किसको गलत .. क्योंकि सुनने वाले भी कोई खुदा नहीं .. और सभी समझदार भी नहीं - और सभी बेवकूफ भी नहीं ....
अस्तु अब प्रथम दृष्टया तो मुझे यही समझ आता है कि .. इस सरकार की कार्यप्रणाली नीयत मंशा और मकसद पर भरोसा ना करने का एक और कारण सामने है - और वो है बांग्लादेश के मार्फ़त सामने आया मुंबई निवासी ज़ाकिर नाईक प्रकरण .... क्योंकि यदि ज़ाकिर नाईक साहब एक स्कॉलर हैं तो भी - और यदि ज़ाकिर नाईक में कुछ अपराधिक तत्व हो तो भी ....
और हो सकता है आपके विचार मुझ से भिन्न हों - जो आपको मुबारक हो मुझे स्वीकार्य - धन्यवाद !!
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Sirji me aap ko follow bhi kar raha hu aur aapake takariban sare post maine share bhi kiye hai. Please JN jaise joker ake aaile ur dharmandh ka bachav mat kijiye. aapako me kai link bhej sakata hu usake zaarile pravachano ki..... Please usake bachav me apana kimati time west mat kijie
ReplyDeleteएक सेकुलर हिन्दू जब चरमपंथी हिन्दूओं का विरोध करते करते चरमपंथी मुस्लिम आतंकियों का भी बचाव करने लग जाता है तो सेकुलर शब्द को गाली बना देता है और सिकुलर बन जाता है और एक राष्ट्रवादी हिन्दू जब भारतमाता की जय का नारा लगाते लगाते मुस्लिम आतंकवादियों के प्रति नफरत जताते जताते सभी मुस्लिम समाज को एक श्रेणी में डालने लगता है और दंगाई हिन्दूओं का भी बचाव करने लगता है तो राष्ट्रवाद को गाली बना देता है और फर्जी राष्ट्रवादी कहलाया जाता है
ReplyDeleteThanks for the comments ... 100% correct.
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