Wednesday 20 July 2016

// "पाकिस्तान जाए भाड़ में" - एक 'काला दिवस' भारत में भी क्यों नहीं ?? ....//


आपको याद है - अमित शाह ने बिहार चुनाव के नतीजों को पाकिस्तान की 'ख़ुशी-गम' से जोड़ दिया था ?? ....
शर्मनाक था वो .... क्योंकि बिहार में भाजपा हार गई और किसी ने जानने का प्रयास भी नहीं किया कि उसके कारण पाकिस्तान में पटाखे छूटे थे या नहीं .. क्यों ?? .. क्योंकि अमित शाह और उनके सांप्रदायिक भक्तों के अलावा हर भारतीय की सोच रही कि - "पाकिस्तान जाए भाड़ में" .... 

और आज कई देशवासी एक बार फिर पाकिस्तान द्वारा पाकिस्तान में 'काला दिवस' मनाने के कारण विचलित हो रहे हैं .... उस पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं ....

मेरी प्रतिक्रिया ....

यदि दुश्मन काला दिवस मनाता है तो उसे मनाने दो - वो दुखी है तो उसे दुःख मनाने दो - यदि वो हमारी किसी कार्यवाही से असहज है तो होने दो .... 
और भविष्य में भी कुछ ऐसा करते रहो कि पाकिस्तान में रोज़ काला दिवस मनाने की नौबत आए ....
और अपनी वही सोच बरकरार रखो कि - "पाकिस्तान जाए भाड़ में" .... या फिर पाकिस्तान को निपटा दो ....

लेकिन यदि आपको गलत फहमी है या सही फहमी का गुमान है कि पाकिस्तान के 'काला दिवस' मनाने के कारण आपको कुछ फर्क पड़ता है तो - बजाए कि भारत की जनता या भारत का मीडिया कोई प्रतिक्रिया दे और सरकार अकर्मण्य रहे उससे बेहतर होगा कि पहले सरकार कुछ प्रतिक्रियात्मक कार्यवाही करे जिस पर भारत की जनता और मीडिया वाहवाही कर सके ....

बल्कि मैं तो एक कदम आगे जाकर सरकार को ये सुझाव दूंगा कि सरकार आगे बढ़कर जनता से आह्वान करे कि वो जनता से क्या चाहती है .... और फिर जनता पूरी एकता और जवाबदारी के साथ सरकार और देश के प्रति पूरी निष्ठा से उस चाह को अंजाम दे .... मसलन सरकार बताए कि - क्या काली पट्टी बांधनी है ?? - दीपावली मनानी है ?? - गालियां देनी है ?? - जुलूस निकालने हैं ?? पुतले फूंकने हैं ?? - दौड़ लगानी है ?? झंडे लहराने है ?? - या चुप बैठना है - "पाकिस्तान जाए भाड़ में" ?? ....

कम से कम हमारे मुखर मोदी जी अपने 'मन की बात' में ही सही - घुटने की बात तो कर ही सकते हैं .. और बता सकते हैं कि यदि पाकिस्तान काला दिवस मनाए तो जनता को क्या करना चाहिए - और मीडिया को क्या नहीं करना चाहिए .... और .... और बस ठीक है - बाकी जाए भाड़ में .... नहीं क्या ??  

पर हाँ आइन्दा ये मत कहना कि - पंजाब में 'आप' पार्टी जीत गई है इसलिए पाकिस्तान में पटाखे छूट रहे हैं .... क्योंकि "पाकिस्तान जाए भाड़ में" - पटाखे तो तब भारत में भी छूटेंगे ही ....

और अंत में एक संवेदहशील प्रश्न - समस्त उत्साहित हतोत्साहित भक्तों और सरकार से ....
कल नक्सलियों द्वारा १० कोबरा कमांडो के जवान मार दिए गए .. दर्दनाक शर्मनाक घटना भारत की धरती पर घटी - ना मारने वाले पाकिस्तानी - ना मरने वाले पाकिस्तानी .. इसलिए "पाकिस्तान जाए भाड़ में" - एक 'काला दिवस' भारत में भी क्यों नहीं ?? ....

// मेरे 'fb page' का लिंक .... << https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl >> //

1 comment:

  1. समस्त उत्साहित हतोत्साहित भक्तों और सरकार से ....
    कल नक्सलियों द्वारा १० कोबरा कमांडो के जवान मार दिए गए .. दर्दनाक शर्मनाक घटना भारत की धरती पर घटी - ना मारने वाले पाकिस्तानी - ना मरने वाले पाकिस्तानी .. इसलिए "पाकिस्तान जाए भाड़ में" - एक 'काला दिवस' भारत में भी क्यों नहीं ?? ....

    ReplyDelete