नाम में क्या रखा है .... नाम में बहुत कुछ रखा है .... नाम में ही सब कुछ रखा है .... जी हाँ !! .. लगता तो ऐसा ही है .... इसलिए ही तो मोदी सरकार ने मंत्रिमंडल के विस्तार के साथ ही देश के कुछ हाई कोर्ट के नाम निम्नानुसार बदल दिए हैं ....
कलकत्ता हाई कोर्ट -- नया नाम -- कोलकाता हाई कोर्ट ....
बॉम्बे हाई कोर्ट -- नया नाम -- मुंबई हाई कोर्ट ....
मद्रास हाई कोर्ट -- नया नाम -- चेन्नई हाई कोर्ट ....
और 'नमो' को उपरोक्त 'नामी' कार्य करने में लगे लगभग २५ महीने .... ना मालूम ये फाइल कहाँ अटकी होगी - केजरीवाल के पास तो निश्चित ही थी नहीं - इसलिए शायद हो सकता है मोदी के पास ही अटकी हो ....
अटकी भी क्या हो - इतनी माथापच्ची की चीज़ - बिन माथे - समय तो लेगी - मसलन ये निर्णीत करना कि मुंबई स्थित कोर्ट का नाम 'गोलवलकर कोर्ट' रखें कि 'मुंबई कोर्ट' कोई आसान काम तो था नहीं .... उधर हो सकता है कि शिवसेना मांग कर रही हो कि नाम 'ठाकरे कोर्ट' ही रखो ....
पर यह भी विचार में आ रहा है कि जब ये गुड़गांव का भट्टा बैठाया था - और गुरुग्राम नामित किया था - तब भी तो उपरोक्त नामकरण का नामी काम हो सकता था कि नहीं ??
पर चलो देर आए दुरस्त आए .... कोर्ट का नाम अंततः शहर के नाम से रख दिया .... इसलिए मैं ये भी सोच रहा था कि ये मुंबई के एयरपोर्ट का नाम भी 'मुंबई एयरपोर्ट' रखने में क्या कोई तकलीफ ??
और मैं तो ये भी सोच रहा हूँ कि ये नरेंद्र मोदी अपना नाम भी बदल कर "बनारसी मोदी" रख लें तो भी क्या भक्त खुश नहीं हो जाएंगे ?? .. सॉरी मेरा मतलब है "वाराणसी मोदी" .... और आज से 'बनारसी पान' और बनारसी साडी' भी कहलाए 'वाराणसी पान' और 'वाराणसी साडी' ....
और चलते चलते मेरी भी एक मांग .. मेरे इंदौर के मेरे एयरपोर्ट का नाम भी "इंदौर एयरपोर्ट" रखा जाए .. या 'इंदौर' का नाम 'इंदूर' होने के पहले ही सीधे 'इंदूर एयरपोर्ट' .... और मोदी मेरी मांग का निपटारा अगले ११ महीने में कर दें - नहीं तो एफआईआर करवा दूंगा - या केजरीवाल से शिकायत कर दूंगा .... समझे !! .. हाँ नहीं तो !! .. जब देखो फ़ोकट बात ????
// मेरे 'fb page' का लिंक .... << https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl >> //
No comments:
Post a Comment