Friday 29 August 2014

साख में गिरावट - देखें 'जन धन' का क्या होता है ??

प्रधानमंत्री जन धन योजना का कल शुभारम्भ हो गया !!
योजना के मूल में अच्छी बातों के मद्देनज़र शायद सभी ने अपना संतोष जताया और इसे अच्छी योजना निरूपित किया !!
पर साथ ही अब इसके क्रियान्वयन और विरोधाभास संबंधित टिप्पणियाँ भी टीवी बहस आज के समाचार पत्रों और सोशल मीडिया पर दिखीं ....
कल एक दिन में ही 1.5 करोड़ खाते खुलने संबंधित दावों पर शंकाएं सामने आ रही हैं .... यहाँ तक कहा जा रहा है कि पूर्व में लगभग 6 करोड़ 'NO FRILL" खाते जो पिछली सरकार ने डायरेक्ट सब्सिडी ट्रांसफर हेतु खुलवाये थे, शायद उन्ही खातों को इन नए खातों में ट्रांसफर किया गया होगा !!
कुछ प्रश्न भी सामने आ रहे हैं - जैसे कि क्या ये खाते केवल वो ही खोल पाएंगे जिनके पास पूर्व में कोई खाता नहीं था ??
मैं भी प्रश्न करना चाहूँगा कि - यदि हाँ तो क्या 1.5 करोड़ लोगों की जांच भी एक दिन में हो गयी कि उनके पूर्व में कोई खाता नहीं था ? यदि बाद में मालूम पड़ता है कि खाता था तो क्या नया खाता निरस्त होगा ? आदि !
खैर सत्य तो कुछ दिन बाद सामने आ ही जाएगा - पर हाँ अभी इस सरकार की विश्वसनीयता पर प्रश्न जरूर खड़े हो रहे हैं .... शायद इसलिए कि कथनी और करनी में बड़ा अंतर दिख रहा है .... पब्लिक में फेंकू की इमेज तेजी से पक्की होती जा रही है .... दिल्ली में चुनावों के प्रकरण में भाजपा के नित नए दांव-पेंच, LG के पद का दुरुपयोग - साम्प्रदायिकता को प्रोत्साहन - मंत्रियों पर ताज़ा आरोप - पार्टी में दागी छवि वालों को बढ़ावा - वादों पर अमल न होना - आदि से सरकार की साख भी तेज़ी से गिर रही है .... देखें 'जन धन' का क्या होता है ??

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