मुझे लगता है कि यदि मोदी जी जीत बहादुर के बजाय - गडकरी,
वैदिक, गोयल, निहालचंद, गिरिराज, प्रभात झा आदि लम्बी लिस्ट में से किसी एक को भी नेपाल
छोड़ आते तो बेहतर होता ....
खैर जो हुआ सो हुआ .... अब तो बस अमेरिका दौरे का इंतज़ार है .... आशा ही कर सकते हैं
!!!!
और हाँ आशा तो यहाँ तक करते है कि चलो जाने दो छोड़ने की बात - कोई एक-आध अमेरिका छूट ही जाय - फिर वहां नौकरी-चाकरी पश्चात अमेरिकन प्रेजिडेंट के द्वारा यहाँ छोड़ा जाए .... और हमारे अमेरिका से संबंध सुधर जाएँ मजबूत हो जाएँ .... है ना !!!!
और हाँ आशा तो यहाँ तक करते है कि चलो जाने दो छोड़ने की बात - कोई एक-आध अमेरिका छूट ही जाय - फिर वहां नौकरी-चाकरी पश्चात अमेरिकन प्रेजिडेंट के द्वारा यहाँ छोड़ा जाए .... और हमारे अमेरिका से संबंध सुधर जाएँ मजबूत हो जाएँ .... है ना !!!!
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