आज मोदी जी ने लोकसभा में मसरत आलम के जेल से छोड़ने पर उपजे विवाद के संबंध में दिए बयान में कहा कि .... " हम इन विषयों में वो लोग है, जिन्होंने इन्हीं आदर्शों के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी को बलि दिया है। और इसलिए कृपा करके हमें देशभक्ति मत सिखाएं। " ....
एक बालक ने सुन मुझ से पूछा कि यह "बलि" तो पुराने जमाने की चीज़ हो गई ना - जब किसी पशु को किसी देवता को प्रसन्न करने या अन्य किसी कुप्रथा हेतु मार दिया जाता था - और जैसे कि ईद के मौके पर बकरे की बलि दी जाती है - और उस बकरे को कहते हैं - //बलि का बकरा// .... है ना ????
मैंने कहा सत्य वचन ....
तो बालक ने पूछा फिर मोदी जी के कहने का क्या मतलब हुआ ????
मैंने कहा .... वो मतलब की बात करते ही कहाँ हैं - पर हाँ जो कहा उसका मतलब तो ये ही निकलता है - //बलि का श्यामा// ....!!!!
और बालक बोला - छिः ये कैसे घिनौने लोग हैं - अनपढ़ अज्ञानी भी - क्या कहना चाहते हैं और क्या अनर्थ कह जाते हैं ????
\\ब्रह्म प्रकाश दुआ\\
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