Tuesday 3 March 2015

//// वर्चस्व अपना अपना ....////


भाजपा में मोदी वर्चस्व स्पष्ट है .... पर लगता है सबको सांप सूंघ गया है - और इसलिए आवश्यक विरोध का स्वर ही नहीं उठ रहा है - या उठने दिया जा रहा है ....

और इधर "आप" में केजरीवाल वर्चस्व स्वाभाविक आवश्यक और स्पष्ट है .... पर लगता है कुछ लोग उलटे सांप सूंघ बैठे हैं -  और अनावश्यक विरोध स्वर उठ रहा है या उठाया जा रहा है या उठवाया जा रहा है ....

और उधर कांग्रेस में सोनिया वर्चस्व स्पष्ट था - राहुल वर्चस्व अस्पष्ट था - प्रियंका वर्चस्व अपेक्षित था - मनमोहन वर्चस्व नहीं था .... पर लगता है सबने क्लोरोफॉर्म सूंघ लिया है - और वर्चस्व को लेकर अभी कोई भी कुछ नहीं बोल रहा है - या कुछ तो भी बोल रहा है ....

ये तो बात हुई "वर्चस्व" के यथास्थिति संबंधित मेरे आंकलन की .... पर अब आगे क्या होगा ?? .... इस विषयक मेरा अनुमान >>>>

>> भाजपा में शीघ्र ही मोदी वर्चस्व समाप्त होना तय ....
>> "आप" में केजरीवाल वर्चस्व सबको चाहे अनचाहे मान्य करना ही होगा ....
>> कांग्रेस में राहुल-प्रियंका वर्चस्व कायम करवा दिया जाएगा ....
\\ब्रह्म प्रकाश दुआ\\

No comments:

Post a Comment