Friday 13 February 2015

//// क्या माँझी भी रंगेहाथ नहीं धराए ?? तो प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री अब क्यों नहीं उचक रहे ??....////


बिहार के टिके मुख्यमंत्री जीतनराम माँझी ने आज उगल दिया कि सरकारी ठेकों के माध्यम से कमीशन उनकी कुर्सी तक भी पहुँचता था और वो अब कोई कमीशन अपने पास नहीं रखेंगे पर अबसे उसे चैरिटी के काम के लिए दान दे देंगे - आदि !!!!

मित्रों आपको याद होगा कि एक 'आवाम' नाम की संस्था द्वारा दिल्ली चुनाव के ठीक पूर्व आप पार्टी पर २ करोड़ के चंदे लेने वाले आरोप लगाने के मात्र कुछ घंटों के अंदर ही वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री ने डड्डू जैसे उचक उचक कर कह डाला था कि - चोर रंगेहाथ पकड़ा गया है - रात के अँधेरे में कालेधन के रूप में चंदा लिया गया - आदि !!!!

लेकिन मित्रों मुझे बहुत आपत्ति हुई जब किसी भी प्रकार की अपेक्षित कार्यवाही नहीं हुई और चुनाव बाद एक साधारण सा इन्कम टैक्स नोटिस पार्टी को थमा दिया गया जिसके तहत सूचना देने हेतु कहा गया है - और इस कारण कम से कम मैं तो ये मान गया हूँ कि प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री द्वारा सस्ती ओछी राजनीति की गई !!!!

और इसलिए मैं आज प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री से पूछना चाहूँगा की जो बात मैनें माँझी के मुहं से सुनी है क्या उन्होंने भी सुनी या नहीं - यदि नहीं तो क्या वे बहरे तो नहीं ? और यदि हाँ तो क्या ये भी रंगेहाथ पकड़ाए जैसा पुख्ता मामला नहीं ????

क्या प्रधानमंत्री को याद है कि उन्होंने वायदा किया था कि "ना खाऊंगा ना खाने दूंगा" - तो क्या माँझी को खाने की छूट है ?? और क्या इसलिए छूट है कि वो नीतीश कुमार की नाक में दम किये हैं और मोदी और नीतीश की व्यक्तिगत लड़ाई में हिसाब किताब बराबर करने का प्रयास किया जा रहा है ????

मैं यह भी पूछना चाहूंगा कि मान लीजिये मोदी जी को मालूम पड़ता है कि कोई "X" कंपनी किसी "Y" मंत्री को कमीशन देती है - तो क्या मोदी जी जानकारी होने के बावजूद चुप रहेंगे ?? और क्या चुप रहना गुनाह होगा कि नहीं ?? और गुनाह होगा तो क्या वे पद पर बने रहेंगे ?? और क्या मोदी जी की जगह यदि माँझी होते हैं तो क्या कुछ फरक पड़ता है या पड़ना चाहिए या पड़ रहा था ????

तो क्या माँझी के विरुद्ध कोई कार्यवाही होगी ?? तुरंत होगी ?? क्या जीतन माँझी के ठिकानों पर छापा मारकर उनकी संपत्ति की जांच होगी ?? और यदि नहीं होगी तो क्या मोदी और उनके मंत्री भी अपराध के भागीदार कहलाएंगे ?? और इसीलिए अब नहीं उचकेंगे ????

भक्तो को सलाह है कि चूँकि प्रश्न उच्चकोटी के थे अतः उनकी समझ के बाहर रहेंगे अतः अब परेशान ना हों - शांत हो अपने काम से लगें !!!! धन्यवाद !!!!
\\ब्रह्म प्रकाश दुआ\\

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