Wednesday 4 February 2015

//// दिल्ली चुनाव प्रचार की विवेचना .... मोदी बेवकूफी क्यों कर गए ?....////


और मोदी जी का चुनाव प्रचार भी ख़त्म हो गया .... या कहें प्रचार का खात्मा हो गया ....
और भाजपा को भी जो बोलना था बोल दिया - और किरण बेदी को जो नहीं बोलना था वो बोल दिया - और अमित शाह जिसको नहीं बोलना था वो भी बोल के चुप हो गए - और सतीश उपाध्याय के बोलने का का तो मीटर ही चालू नहीं हुआ ....

अब बोलने की बारी मेरी >>>>
शायद देश का सबसे अनूठा चुनाव अपने अंतिम पड़ाव पर है - जिसमें भाजपा के मद्देनज़र कुछ विशिष्ट घटित हो गया जो मेरी विवेचना अनुसार निम्नानुसार है ....

भाजपा के ट्रम्प शब्द या नारे - "विकास" - "अच्छे दिन" - "सबका साथ सबका विकास" - "कालाधन" - "भ्रष्टाचार मुक्त भारत" - "भ्रष्टाचारियों को बक्शा नहीं जाएगा" - "महंगाई पर काबू" - "गंगा सफाई" - "भ्रष्ट सांसदों पर १ वर्ष में कार्यवाही" आदि .... जो पिछले लोकसभा में अत्यंत कहे गए एवं चर्चित थे इस बार ऐसे गायब हुए जैसे गधे के सिर से पूंछ - और सींग कहाँ गए सोचते रहो !!!!

ऐसा क्यों हुआ ?? ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि ऐसा ही होना था - क्यों होना था ? क्योंकि ये लोग शाने हैं बेवक़ूफ़ नहीं ....
पर न मालूम क्यों बेवकूफ न होते हुए भी इनसे एक बड़ी बेवकूफी हो गई ....
और बेवकूफी क्या हुई - इन्होने केजरीवाल को बहुत गालियां दे मारी ....
तो प्रश्न उठता है कि जब बेवकूफ नहीं तो बेवकूफी कैसे ????

मित्रों मेरा सोचना है कि ऐसा इसलिए हुआ - मोदी एक निहायत अहंकारी स्वयंमुग्ध और बदनीयत नेता हैं - और वो अपने सामने किसी की भी चुनौती बर्दाश्त नहीं कर सकते ....
और केजरीवाल ऐसे नेता हैं जो शायद चुनौतियां देने के लिए ही पैदा हुए हैं ....
अस्तु केजरीवाल ने चुनौती दी - चुनौती बर्दाश्त नहीं हुई - और मोदी बेवकूफी कर गए ....
और इस बेवकूफी में भरपूर सहयोग मिला अमित शाह का - जो एक ऐसा बेचारा है जिसे ना चुनौती देना आता है ना चुनौती से निपटना - वो तो बस मोदी के नसीब पर टिकने वाला बदनसीब है .... शरीर और बुद्धि दोनों से एक समान ....

तो मित्रों फिलहाल मेरी बात यहीं तक ....
आइये हम सब मिलकर अब इंतज़ार करें कि - मोदी जी के नसीब से अराजक बाजारू पाकिस्तानी एजेंट बदनसीब नक्सली भगोड़ा AK-49 का क्या होता है .... और एक क्रांतिकारी के द्वारा चुनौती देने पर एक अहंकारी का क्या हश्र होता है ????
!!!! जय हिन्द!!!!
\\ब्रह्म प्रकाश दुआ\\

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