Thursday 12 February 2015

//// गणतंत्र दिवस की परेड का मखौल .... या जुमले .... या कुछ और ....////


सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश श्री एच.एल दत्तू की अध्यक्षता वाली बेंच ने कल एक प्रकरण में केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए कहा .... " आप गणतंत्र दिवस की परेड में १०० करोड़ रूपए खर्च कर सकते हैं, पर जब किसानों को मुआवज़ा देने की बात आती है तो कोर्ट में अपील करने चले आते हैं " ....

मुझे समझ नहीं आता कि पूर्व में दिवंगत कार्टूनिस्ट लक्ष्मण और निकट भूत में अरविन्द केजरीवाल और अब जस्टिस दत्तू - ये सब के सब ऐसी बात क्यों करते हैं कि हमारे राष्ट्रभक्त भक्तों के दिल को ठेस पहुंचती है ?? .... अरे भाई ये सब के सब 'गणतंत्र दिवस परेड' के ही पीछे क्यों पड़ गए हैं ??

या कहीं ऐसा तो नहीं कि ये सब भी कोई "जुमले" के जरिये राष्ट्रहित की बात कर गए - जो हमेशा की तरह भक्तों के भेजे में नहीं घुसी - या कुछ शाने समझ के भी नासमझ बने रहे ??

मित्रों सोचियेगा जरूर और तैयार रहिएगा - ताकि भविष्य में दुष्प्रचार करने की कोई हिमाकत ना करे !!!! धन्यवाद !!!!
\\ब्रह्म प्रकाश दुआ\\

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