Tuesday 10 February 2015

//// दिल्ली चुनाव धमाका !! .. विभिन्न परिप्रेक्ष्य में मेरी त्वरित विवेचना !! ..////


राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में >> सबसे महत्वपूर्ण बात और सबसे ख़ुशी और गर्व और संतोष की बात .... ये साम्प्रदायिकता की हार है .... ये साम्प्रदायिक ताकतों के मुंह पर सेक्युलर जनता का अभी तक का सबसे करारा तमाचा है .... तमाचा इतना जबरदस्त था कि पांव तक हिल गए .... और ये एक विशिष्ट प्रकार की बड़ी उपलब्धि है - और इसके दूरगामी सुखद परिणाम मिलने की पूर्ण संभावनाए हैं !!!!

संवैधानिक परिप्रेक्ष्य में >> ये उपराज्यपाल नजीब जंग की हार है - संवैधानिक संस्थाओं एवं संवैधानिक प्रावधानों की हार है - और उस घिनौनी साजिश की हार है जिसके कारण दिल्ली चुनावों को १ वर्ष तक टाला गया था !!!!

राजनीति के परिप्रेक्ष्य में >> ये अहंकार का प्रतीक बने मोदी की हार है .... और गुंडागर्दी के प्रतीक बने अमित शाह की हार है .... और राजनीतिक दांव पेंच के प्रतीक बने प्रभात झा की हार है .... और धनबल के प्रतीक बने सतीश उपाध्याय और अंबानी-अदानी की हार है .... और अवसरवादिता की प्रतीक बनीं किरण बेदी की हार है !!!!

नैतिकता के परिप्रेक्ष्य में >> ये अनैतिकता की प्रतीक बनी भाजपा और भ्रष्टाचार की प्रतीक बनी कांग्रेस की हार है .... और सामान्य ईमानदारी और जुझारू सरलता की प्रतीक बनी "आप" पार्टी की जीत है !!!!

दिल्ली के परिप्रेक्ष्य में >> ये कोरे वायदे करने वालों की हार है - और थोड़ा सा कर दिखाने वालों के हाथ में एक बार अपनी सम्पूर्ण आशाओं का समर्पण है !!!!

व्यक्तियों के परिप्रेक्ष्य में >> ये अमित शाह की हार और केजरीवाल की जीत है - तथा किरण बेदी बिन्नी धीर शज़िआ इल्मी और विशेष कर मोदी की बेइज़्ज़ती है !!!!

जनता के परिप्रेक्ष्य में >> ये एक नए प्रकार की राजनीति की शुरुआत है !!!!

और मेरे स्वयं के परिप्रेक्ष्य में >> ये एक विशेष ख़ुशी संतोष और आशा का कारण है - और एक प्रेरणा का स्त्रोत !!!!
!!!! धन्यवाद !!!! बधाई !!!! जय हिन्द !!!!
\\ब्रह्म प्रकाश दुआ\\

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