किरण बेदी का गला तो काफी ठीक ठाक दिखा - पर वो बोल नहीं रही हैं - अतः मुझे लगता है कि किरण बेदी के बोलने के कारण जो फायदा आप को मिल रहा था उसमें थोड़ी कमी आएगी ....
परन्तु निराशा की कोई बात नहीं है - क्योंकि जैसे कि पहले समझा जा रहा था कि मोदी जी की रैली से भाजपा को फायदा पहुंचेगा उसके उलट फायदा 'आप' पार्टी को ही हो गया .... और उसका कारण था मोदी जी द्वारा कुछ विशेष टिप्पणियाँ .... ये ऐसी टिप्पणियाँ थीं जिसकी गूँज लम्बे समय तक रहेगी और वो रैलियां उन टिप्पणियों के संदर्भ में याद की जाएंगी ....
मसलन १० जनवरी की रैली कहलाएगी - "नक्सली" वाली रैली ....
३१ जनवरी की रैली कहलाएगी - "रिक्शा चुटकुले" वाली रैली ....
१ फरवरी की रैली कहलाएगी - "बदनसीब" वाली रैली ....
और अब चूँकि मोदी जी की २ रैलियां अभी और अपेक्षित है इसलिए मुझे लगता है कि हमारे अहंकारी मोदी जी इन दो रैलियों में भी वैसा ही कुछ जरूर कहेंगे जिससे 'आप' को ही फायदा होगा !!!!
अस्तु "आप" को आशान्वित रहना चाहिए और मोदी की आगामी रैलियों का इंतज़ार करना चाहिए - और बोनस के रूप में प्रार्थना करनी चाहिए की आयरन लेडी विकास बेदी भी कुछ बोलें !!!!
!!!! जय हिन्द !!!!
\\ब्रह्म प्रकाश दुआ\\
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