Saturday 7 February 2015

//// केजरीवाल ने भाजपा को लपेट लिया - और किरण बेदी ने मोदी को ....////



दिल्ली चुनाव .... मतदान जारी है ....

अरविन्द केजरीवाल ने एक बार फिर कहा ....
जिसने रात में शराब बांटी उसे वोट मत देना ....
जिसने पैसे बांटे उसे वोट मत देना ....
जिसने चुनाव जीतने के बाद कहा 'हमारे वायदे तो जुमले थे' उसे वोट मत देना ....
भक्तों कुछ गलत बोला हो तो बताओ ????

किरण बेदी ने बोला .... आपका वोट दो जनों को जिताएगा - एक मोदी को और एक मुझको ....
क्यों भक्तों क्या किरण बेदी ने सही बोला या गलत ????
यदि गलत बोला तो निंदा करो ....
और यदि सही बोला तो यार अब तो मुस्करा के ईमानदारी से बोल दो कि तुम्हारी हार यानी मोदी और किरण बेदी दोनों की हार होगी .... बोलो बोलो यार .... खुल के बोलो .... किरण बेदी की तरह बोलो !!!!

मित्रों !! राजनीतिक दिवालियेपन की उच्च सीमा क्या होती है यदि प्रत्यक्ष में देखना हो तो किरण बेदी को देखिये .... पूरी भाजपा इस चुनाव को मोदी की साख से अलग करने के प्रयास करते देखी गई - वो इसलिए कि मोदी की असफलता और बेदी की मुर्खता की वजह से भाजपा की हार का अंदेशा हो चला था - और भाजपा स्वाभाविक रूप से इस हार का ठीकरा मोदी पर तो नहीं फूटने देना चाहती ....
पर बिन दिमाग आयरन लेडी ने लगता है कि भाजपा की तमाम कोशिशों पर पारी फेरने का काम किया है .... और अपने बयान से मोदी को भी लपेट लिया है .... ठीक उसी तर्ज़ पर कि -'हम तो डूबे हैं सनम तुमको भी ले डूबेंगे' !!!!
तो मित्रों आज फिर सिद्ध हुआ कि चतुर शत्रु से मूर्ख दोस्त ज्यादा खतरनाक होता है ????
\\ब्रह्म प्रकाश दुआ\\

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