Wednesday 4 February 2015

//// रोने का मामला गड़बड़ - पर हंसी ठिकाने पर ....////


और आज मैडम रो दीं ....
आयरन लेडी रो दीं ....
और "आप" हंस रहे हैं ....
ये तो ज्यादती है ....
भाजपाइयों के साथ ....
क्योंकि रोना तो भाजपाइयों का बनता था - भक्तों का बनता था ....
पर रो मैडम रही हैं ??
खैर चलो रोने के मामले में उल्टा पुल्टा भले ही हो गया हो ....
पर हंसी तो अपने सही ठिकाने पर है ....
अब "आप" तो हंस ही सकते हैं .... है ना !!!!
पर सावधान !! अभी आज दोपहर 'हाइपिए' की एक और रैली होनी है - कहीं ये आंसू प्रायोजित तो नहीं - नकली तो नहीं - एक और चालबाज़ी तो नहीं ????
!!!! जय हिन्द !!!!
\\ब्रह्म प्रकाश दुआ\\

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