Thursday 5 February 2015

//// क्या दिल्ली चुनाव मोदी सरकार पर जनमत संग्रह ?? न न ना ना नो नो नहीं बिलकुल नहीं कदापि नहीं भूल के भी नहीं तौबा तौबा नहीं .... समझे ????....////


मित्रों केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कुछ बयान दिए हैं जिन पर मैं सकारात्मक प्रतिक्रिया देना चाहता हूँ .... तो बयान पर गौर फरमाइए ....
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यह मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव है, प्रधानमंत्री के लिए नहीं - नरेन्द्र मोदी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं - यह प्रदेश का चुनाव है - आप मुख्यमंत्री चुनने जा रहे हैं, प्रधानमंत्री नहीं ....
राष्ट्रीय राजधानी में चुनाव के नतीजों को केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार के कामकाज पर जनमत संग्रह के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए ....
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और अभी-अभी अमित शाह ने भी दोहरा दिया है कि - दिल्ली चुनाव के परिणाम मोदी सरकार पर जनमत संग्रह नहीं !!!!

मित्रों ! जब 'आप' पार्टी द्वारा चुनाव प्रचार की शुरुआत ही करी थी तब आपको याद होगा कि दिल्ली में कुछ ऐसे पोस्टर लगाए गए थे कि दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन - अरविन्द केजरीवाल या जगदीश मुखी .... और जब भाजपाइयों ने इस बात पर चिल्लपों मचाई थी - और कहा था कि भाजपा का कोई मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होगा - और चेहरा तो केवल मोदी का होगा - आदि .... तब आपको याद दिलाता हूँ कि केजरीवाल ने क्या कहा था ? जी हाँ वही कहा था जो अब वेंकैया नायडू चुनाव प्रचार समाप्त होने पर कह रहे हैं - यानि कि - यह मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव है, प्रधानमंत्री के लिए नहीं - नरेन्द्र मोदी इस्तीफ़ा दे दिल्ली के मुख्यमंत्री नहीं बनने वाले हैं .... आदि !!!!

यानि मित्रों ये बात तय हो गई कि कुछ मंदबुद्धी लोगों के दिमाग में साधारण सी बात तब घुसती है जब दिमाग का कीचड इनके गले उतर जाता है !!!!

मित्रों अब दूसरी बात पर आ जाएं कि - क्या दिल्ली चुनाव का परिणाम मोदी सरकार पर जनमत संग्रह माना जाना चाहिए कि नहीं ?? .... और इस संबंध में मैं नायडू और अमित शाह की ही बात का पूरा समर्थन करते हुए कहता हूँ कि - नहीं - बिलकुल नहीं - ऐसा हो ही नहीं सकता - और वो इसलिए कि तमाम सर्वेक्षण बता रहे हैं कि भाजपा को दिल्ली की ७० सीटों में से कम से कम १ सीट तो जरूर मिल रही है - और मित्रों क्योंकि मोदी जी ने तो अभी तक एक भी वायदा पूरा नहीं किया है - एक भी काम नहीं किया है - अतः यदि ये मोदी सरकार पर जनमत संग्रह होता तो भाजपा को तो एक भी सीट मिलने का प्रश्न ही नहीं खड़ा होता !!!! है ना !!!!

मित्रों मुझे पूरा भरोसा है कि आप मेरी बात समझ गए होंगे - पर शायद नायडू और शाह को मेरी बात जरा देर से समझ में आएगी - जब दिमाग का बचा हुआ कीचड भी इनके गले उतर चुका होगा !!!!
!!!! जय हिन्द !!!!
\\ब्रह्म प्रकाश दुआ\\

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