Wednesday 23 December 2015

// केजरीवाल की शान में विरोधियों के क़सीदे .. और मेरे 'मन की बात' ..//


कल फिर एक बार केजरीवाल की दहाड़ सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ - वे अपनी दिल्ली विधानसभा में बचन फरमा रहे थे ....  

केजरीवाल राजनीति करते हैं - ललकारते हैं - लड़ते हैं - लताड़ते हैं - दहाड़ते हैं - तेवर दिखाते हैं - बात का बतंगड़ बना देते हैं - और हर बात को मुद्दा - मुद्दे की बात भी और बकवास भी करते हैं - बकवास का मुद्दा भी नहीं छोड़ते - गड़े मुद्दे और मुर्दे भी उखाड़ ही लेते हैं - और मुद्दे का मुद्दा और मुद्दई को भी नहीं छोड़ते - मज़ाक भी करते हैं - मज़ाक भी उड़ाते हैं - तंज़ भी कसते हैं - ताने भी देते हैं - और लू भी उधेड़ कर रख देते हैं - गजब के असहिष्णु हैं - और थोड़े सहिष्णु - गुस्सैल भी हैं - अपशब्दों का अच्छा खासा प्रयोग करते हैं - और वो पढ़े लिखे भी हैं और अनपढ़ों की भाषा भी अच्छी बोलते हैं - वो निश्चित ही ईमानदार हैं और भ्रष्टाचारियों के लिए एक काल हैं  - वो निडर हैं और डराने में सक्षम - और इस तरह वो एक अजब गजब 'क्रांतिकारी' स्थापित होते हैं ....

ये सारा बखान में ऐसे ही नहीं कर रहा - डीडीसीए-जेटली प्रकरण जब से केजरीवाल के द्वारा शुभ मुहूर्त में शुरू किया गया - तब से लेकर कल तक उनके दिल्ली विधानसभा में दिए लम्बे "बचन" से इन सब बातों के पुख्ता प्रमाण मिलते हैं .... और मैं दावे से कहता हूँ कि यह सभी बातें टीवी चैनलों पर उनके विरोधियों द्वारा या पत्रकारों द्वारा ही बोली गईं हैं - कुछ उनके विरोध में - कुछ उनके पक्ष में - कुछ चिढ कर - कुछ कुढ़ कर - और कुछ तारीफ में - और कुछ उनकी शान में ....

और यकीन मानिये कि उपरोक्त एक बात भी मैंने मेरे मन से नहीं कही है .... क्योंकि मेरे 'मन की बात' तो मैं अब कर रहा हूँ .... तो ज़रा गौर फरमाइए ....

ये केजरी विरोधी ना मालूम किस गंदी मिटटी के बने हैं जो बेशर्मी के साथ भ्रष्टाचार के प्रति असहिष्णु हैं और भ्रष्टाचारियों के प्रति सहिष्णु .... और इनके ना मालूम कितने ही दोहरे तिहरे चौहरे मापदंड देखने को मिल रहे हैं - और साक्षात में गौर फरमाएं कि ....
ये केजरी भुक्त कितनी आसानी से दिल्ली के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार को "केजरी के भ्रष्टाचार आरोपित बाबू" बोलते हैं ....पर यही लोग भारत सरकार के वित्तमंत्री अरुण जेटली को "मोदी के भ्रष्टाचार आरोपित मंत्री" तक नहीं बोल पाते .... क्यों ?? क्योंकि ये बेचारे हैं - और बेचारे इसलिए कि इनकी मिटटी केजरीवाल ने खराब जो कर रखी है ....

और इसके अलावा भी एक बड़ी बात और - इनकी मिटटी तो इनके ही सांसद कीर्ति आज़ाद ने भी खराब कर रखी है - जो इनसे ना उगलते बन रहे हैं ना निगलते .... और अब तो अपने इनके शत्रु भाई ने भी कीर्ति को 'हीरो' बता दिया है और इनको 'जीरो' .... और तो और बेचारे भाजपाई प्रवक्ता टीवी चैनलों पर खुल कर सही गलत बहस तक नहीं कर पा रहे हैं .... कीर्ति आज़ाद या शत्रु भाई का नाम आते ही ऐसे सुन्न हो जाते हैं जैसे बताते हैं मोदी केजरी का नाम सुनकर .... !! हा ! हा !! खामोश !! ....

1 comment:

  1. नपुंसक मोदी ने क्रिमिनल हिजड़ों की फ़ौज बना रखी है ।

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