Friday 18 December 2015

// 'केजरी' की 'कीर्ति' तो बढ़ ही रही है .... बाकी का क्या ?? ....//


कल 'आप' ने डीडीसीए वाले जेटली पर कुछ आरोप लगाए .... कुछ क्या काफी आरोप लगाए ....

जेटली और भाजपाई प्रवक्ताओं की फ़ौज सामने आई - और सारे आरोपों को सिरे से नकार दिया - पर बिना सिर और सिरे के .... और केजरीवाल को बहुत कोसा बहुत चिढ़न कुढ़न का इज़हार भी किया ....

और जेटली ने तो सामान्य शानपत बताते हुए बिना किसी का नाम लिए यहाँ तक कहा कि एक सांसद काफी समय से आरोप लगाते रहे हैं - जिसकी जांच यूपीए सरकार ने कराई थी - और जांच में कुछ भी गंभीर नहीं निकला केवल कुछ प्रक्रियाओं के पालन ना होने के सिवाय ....

और मोडिया ने मान लिया - जेटली ने पलटवार कर दिया .... वो भी केजरीवाल का नाम लेकर और बिना कीर्ति आज़ाद का नाम लिए .... और बिना उधार ली हुई अक्ल लगाए कि कौन सी जांच - जांच रिपोर्ट में क्या ?? .. और प्रक्रियाओं का पालन ना होने का दोषी कौन और क्या कार्यवाही ?? - आदि !!

और उधर कीर्ति आज़ाद ने अपना दमखम प्रदर्शित कर दिया - कहा मैं स्वतंत्रता सेनानी का बेटा - कई वर्षों से खेल के भ्रष्टाचार से लड़ रहा हूँ - मेरी आवाज़ कोई दबा नहीं सकता - जेटली दोषी - चोरी और सीना जोरी - केजरीवाल ने जो बताया वो केवल १५% - ८५% मैं बताऊंगा - रविवार शाम ४ बजे ....  

मेरी प्रतिक्रिया ....

ये भाजपाई केजरीवाल को कोसने गालियां देने में तो छुट्टे हैं - पर कीर्ति आज़ाद के बारे में इनके मुहँ से एक शब्द भी नहीं निकला - क्यों ????

जवाब मैं बताता हूँ .... क्या है कि केजरीवाल ने जितने भी आरोप लगाए वे सभी आरोप प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष कीर्ति आज़ाद और बिशन बेदी आदि कुछ किरकिट खेलने वाले खिलाड़ियों के द्वारा ही लगाए जाते रहे थे .... पर कोई सुनता नहीं था - और जेटली भी गर्राए थे ....

पर इन किरकिटीय खिलाड़ियों से भी ऊंचे खिलाड़ी केजरीवाल ने मौका ताड़ा और 'कीर्ति के आरोप' बना दिए 'केजरी के आरोप' .... और बस - चैं पैं चैं पैं चैं पैं चैं पैं चैं पैं चैं पैं चैं पैं चालू हो जारी है ....

नतीजा ??

केजरी की कीर्ति बढ़ गई और बढ़ रही है ....

कीर्ति आज़ाद की महत्ता बढ़ गई है - क्योंकि वे आज़ाद से हो लिए हैं - और सभी उत्सुक हो गए हैं कि वे रविवार को क्या कहते करते हैं ....

जेटली की कीर्ति घट रही है - क्योंकि वे कीर्ति के विरुद्ध एक शब्द भी बोल नहीं पाए हैं और केजरी से खिसियाएं हैं ....

तोता कन्फ्यूज्ड है - क्या करे क्या ना करे ??

राजेंद्र परेशान - कहाँ फंस गए ??

भाजपाई और भक्त भी परेशान हैं ....

और मोदी चुप .... और इसलिए अभी मैं भी चुप .... हा !! हा !!!!

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